कुकड़ु में धुमधाम से मनाया गया कोजागरी लक्खी पूजा . . .
चांडिल (विद्युत महतो)
चांडिल अनुमंडल के कुकड़ु प्रखंड क्षेत्र के तिरूलडीह, कुकड़ु, ईचाडीह सहित कई गांवों में शरद पूर्णिमा पर माता कोजागरी लक्खी पूजा का आयोजन धुमधाम से किया गया। बंग भाषीयों द्वारा उल्लू पर सवार माता कोजागरी लक्खी पूजा शनिवार की देर रात तक सम्पन्न किया गया। कहीं प्रतिमा स्थापित कर तो कहीं कलश स्थापना कर वेद मंत्रोच्चार के साथ माता लक्खी का पूजा अर्चना किया गया। वहीं श्रद्धालुओं ने माता को पुष्पांजलि अर्पित कर धन धान्य व समृद्धि के लिए कामना किया गया। रविवार को प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि कोजागरी लक्खी पूजा में कलश का विसर्जन नहीं किया जाता। रविवार को पूर्णाहुति के साथ प्रतिमा विसर्जन किया जाएगा। पंडित ने बताया कि धन धान्य व समृद्धि के लिए कार्तिक पूर्णिमा या शरद पूर्णिमा में लगभग घरों में कलश स्थापना कर माता धन धात्री का पूजन किया जाता है एवं कई जगहों पर प्रतिमा बनाकर भी माता की पूजा किया जाता है। उन्होंने कहा कि सुख, समृद्धि, वैभव, धन धान्य की प्राप्ति के लिए कोजागरी लक्खी पूजा का विधान है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी श्रद्धालुओं द्वारा लक्खी पूजा किया गया।