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सैंया भए कोतवाल अब डर काहे का लोकोक्ति का चरितार्थ……

चाण्डिल अनुमण्डल में बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय पार्टी के पदधारी सफेद पोश नेता कर रहे है

लॉटरी और आईपीएल का साटा बाजी का बड़ा खेल, चाण्डिल थाने के महजे 100 मीटर

के अन्दर , मौन हैं स्थानीय प्रशासन……

रांची ब्यूरो (सुदेश कुमार) सैंया भए कोतवाल अब डर काहे का लोकोक्ति चरितार्थ  चाण्डिल अनुमण्डल में होता दिख रहा है । प्रशासन भी आपने नौकरी को बचाते हुये आंखें मोड़ रखी है । बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय पार्टी के पदधारी सफेद पोश नेता खुले आम लॉटरी और आईपीएल का साटा बाजी का बड़ा खेल खेला जा रहा है , चाण्डिल थाने के महजे 100 मीटर के अन्दर ही नकली लॉटरी और आईपीएल से करोड़ रूपये की अवैध कारोबार फल फूल रहा है । ऐसे में युवा पीड़ी और ढेला चलाने वाले और दाहड़ी मजदूरों की मोटी कमाई को निगला जा रहा है । अवैध शराब की नशें पर नकली लॉटरी और आईपीएल की कारोबारी भारी पड़ता जा रहा है ।

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जहाँ एक और सरकार ने लॉटरी पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रखी है वहीं चाण्डिल में इन दिनों अवैध और प्रतिबंधित लॉटरी एवं आई पी एल का कारोबार तेजी से पांव पसरने में लगा हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार बता दूं कि आजकल चाण्डिल बाजार सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में प्रशासन के साथ आँख मिचोली कर इस कारोबार को संचालित किया जा रहा है । अवैध लॉटरी कारोबारियों के द्वारा तरह-तरह के हथकंडे अपनाये जाते हैं। किस्मत आजमाने का यह खेल लॉटरी के कारोबारियों के लिए सालों भर का जबरदस्त कारोबार बन चुका है। जबकि इस लॉटरी के खेल का हिस्सा बन रहे रोज कमाने खाने वाले दिहाड़ी मजदूरों के घर उजड़ रहे हैं या इस तरह कहा जाए कि लॉटरी खेल के माध्यम से दिहाड़ी कमाई करने वालों के घरों में डाका डाला जा रहा है। इसका कारण यह भी है कि कुछ लोग एक दिन में अमीर बनने का ख्वाब देखने वाले दिहाड़ी मजदूर लॉटरी के माध्यम से आसानी से एक बड़ी रकम की लालच में आ जाते हैं । लेकिन लॉटरी खेलने की ललक बनी रहे लाखों राशि लुटाने के बाद कभी कभार 10-20 हजार से लेकर लाख रुपए तक के जीतने के किस्से भी सामने आते रहे हैं। मामला फिर से वही ढाक के तीन पात वाला रह जाता है, ऐसे चल रहा है चाण्डिल में अवैध लॉटरी का पूरा खेल सफेदपोश नेता के अधीन चल रहा है ।

 

चाण्डिल चौक बाजार के में प्रतिदिन संचालित होता है अवैध लॉटरी का खेला, खरीदारियों

कि समस्याओं का निराकरण करने के लिए डेम रोड में बना है कार्यालय….

 

बता दूं कि चाण्डिल चौक बाजार के समीप कुछ विशेष खाद्य पदार्थ कि दुकानों व ठेलों पर प्रदर्शनी लगाकर खुल्लम खुल्ला धड़ल्ले से बेचा जा रहा है अवैध व प्रतिबंधित लॉटरी के साथ ही साथ डेम रोड, बनिया पाड़ा रोड और सब्जी मार्केट जाने वाली सड़क के किनारे खड़ा होकर एजेंट अवैध लॉटरी बेचते हैं । विदित हो कि कुछ सफेदपोश के संरक्षण में एक पूरा टीम चाण्डिल क्षेत्र में लॉटरी के कारोबार में रोजगार की तरह लगा हुआ है। जिसमें हर रोज सुबह से ही लॉटरी की खरीद बिक्री अपने सर्किल में शुरू हो जाती है। जिसका नतीजा तीन खेल के दिन में तीन बार इंटरनेट के माध्यम से रिजल्ट प्राप्त होता है। एक आंकड़े के अनुसार चाण्डिल में प्रतिदिन 20-25 लाख की लॉटरी का कारोबार चलता है। यह धंधा मात्र चाण्डिल बाजार तक ही सीमित नहीं है अब धीरे-धीरे इसके एजेंट अगल बगल के गांवों में भी लॉटरी लेकर पहुंचने लगे हैं। किस्मत के भरोसे लखपति बनने की आस में फंसने वालों की संख्या तेजी से फैलने लगी है।

इस अवैध लॉटरी के खेल को एहतियात के साथ स्थायी रूप से संचालित करने के लिए अब एक कार्यालय का निर्माण भी कारोबारियों द्वारा कि गयी है जो चाण्डिल के डेम रोड में बामनी जुड़िया (नदी) के समीप बस रहे नए कॉलोनी में स्थित है । वही कारोवारीयों का कहना है कि जब तक हमारे सर पर पार्टी के बड़े नेता का हाथ है तो प्रशासन और पदाधिकारीयों से डर कैसा ?

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