बागरायडीह में आयोजित भागवत कथा में उमड़ी भक्तो की भीड़, श्री कृष्ण जन्म पर झूम उठे श्रद्वालु…
सरायकेला: (संजय मिश्रा) खरसावां प्रखंड के बागरायडीह स्थित श्री हरि मंदिर में नौ दिवसीय भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया है। क्षेत्र के सुख, शांति व समृद्धि के उद्देश्य से 26 फरवरी को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुए भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में प्रतिदिन सुबह शाम आसपास व दूरदराज के भक्त श्रद्वालु पहुंचकर भागवत कथा के ज्ञान रूपी रस का अमृत पान कर रहे है। भागवत कथा के सातवें दिन रविवार को भगवान श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु खुशी से झूम उठे। कथा के दौरान जैसे ही भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ तो पूरा क्षेत्र नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान लोग झूमने-नाचने लगे। भगवान श्रीकृष्ण की वेश में नन्हें बालक के दर्शन करने के लिए लोग लालायित नजर आ रहे थे। भगवान के जन्म की खुशी पर महिलाएं भी झूम उठी। कथा वाचक पं रामनाथ होता व अजीत प्रधान ने कहा कि जब धरती पर चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई, चारों ओर अत्याचार, अनाचार का साम्राज्य फैल गया तब भगवान श्रीकृष्ण ने देवकी के आठवें गर्भ के रूप में जन्म लेकर कंस का संहार किया। इस अवसर पर उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया। इस दौरान नंदोत्सव व पूतना वध का कथा वाचन भी हुआ। सोमवार को यज्ञ के पूर्णाहुति के साथ भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का समापन होगा। भागवत कथा के सफल आयोजन में मुख्य कथा वाचक पंडित रमानाथ होता, प्रणेता पंचानन महतो, मुन्नु प्रधान, बसंत प्रधान, कृष्णा प्रधान, नागेश्वर प्रधान, दिनेश प्रधान, अजीत प्रधान, सागर प्रधान, डॉक्टर प्रधान, सुरेन प्रधान, तामरो प्रधान, सारंग प्रधान, मुरली प्रधान, बैजनाथ प्रधान, दुर्योधन प्रधान, माधव प्रधान व जीवन प्रधान समेत समस्त ग्रामीणो का सराहनीय योगदान रहा है।