बदहाल एनएच 32 के कारण गई एक और की जान, अक्रोशित ग्रामीणों ने रखा घंटो तक सड़क जाम, घटना स्थल पहुंच कर एसडीपीओ चांडिल ने मामले को कराया शांत…
चांडिल(परमेश्वर साव)
सरायकेला खरसावां जिले के नीमडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत सड़क दुर्घटना में जल संसाधन विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि नीमडीह के पितकी रेलवे फाटक के समीप अज्ञात वाहन के चपेट में आने से चांडिल डैम कॉलोनी निवासी सतीश महतो की मौत हो गई। मृतक सतीश महतो जल संसाधन विभाग का सेवानिवृत्त कर्मचारी है। वह मूल रूप से नीमडीह के होदागोड़ा गांव का रहने वाला था। वे लुपुंगडीह किसी निजी कार्य से गए थे, जहां से वापस चांडिल लौटने के क्रम में पितकी रेलवे फाटक के समीप दुर्घटना का शिकार हो गए। जिससे उनकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई।
इधर, सड़क दुर्घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने एनएच 32 को जाम कर दिया। जिससे उक्त सड़क पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह ठप हो गया। मामले की सूचना पर नीमडीह थाना प्रभारी मोहम्मद तंजील खान, चांडिल थाना प्रभारी घटनास्थल पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझाने के प्रयास में लगे रहे लेकिन वे लोग सड़क पर उड़ रही धूल को बंद करने के लिए नियमित पानी छिड़काव और सड़क की मरम्मत करने की मांग पर अड़े रहें। मृतक के शव को उठाने नहीं दिया गया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए दुघर्टना स्थल पर पूरे दलबल के साथ चांडिल के डीएपी पहुंच कर मामले का जायजा लिया। वहीं चांडिल पुलिस उपाधीक्षक संजय कुमार की मौजूदगी में यह तय हुआ कि लोगों की मांगो को ध्यान में रखते हुए सड़क निर्माता दिनेशचंद्र आर. अग्रवाल इंफ्राकॉन प्रो.लि.कंपनी सत्रह अगस्त यानी कल से ही जर्जर एनएच 32 सड़क की मरम्मती कार्य जाहिरा मोड़ से पितकी फाटक तक के लिए सुरू कर देगी। इस दौरान सड़क की उड़ती धूल से निजात दिलाने के लिए दिन में तीन बार पानी का छिड़काव आवश्यक रूप से कंपनी द्वारा की जायेगी। कंपनी के परियोजना उप प्रबंधक ने बारिश के मौसम का हवाला देकर सड़क की पक्कीकरण का कार्य अगले माह की बीस तारीख से करने का लिखित आश्वासन प्रशासन और ग्रामीणों को दिया है। सड़क निर्माता कम्पनी द्वारा दिए गए लिखित आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को शव को सड़क से उठाने दिया।
बता दें कि नीमडीह के पितकी रेलवे फाटक तथा जामडीह रेलवे फाटक के समीप सड़क जर्जर हालत में तब्दील हो चुकी हैं। बड़े बड़े गड्ढे होने से राहगीरों को काफी परेशानी होती हैं। बारिश होने पर सड़क कीचड़मय हो जाती हैं, जिसमें बड़े वाहन फंस जाते हैं। इसके कारण जाम लग जाती हैं। वहीं, सामान्य दिनों में उड़ती धूल से राजगीरों को खूब परेशानियों का सामना करना पड़ता है धरती हैं। सड़क पर उड़ती धूलकी गुबारे से प्रतिदिन छोटी बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती है। इससे पहले सड़क की जर्जर हालत को देखते हुए क्षेत्र के विभिन्न राजनितिक पार्टियों के कई नेताओं और समाजिक संगठनो के सदस्यों ने एनएचएआई को पत्र लिखकर जर्जर सड़क को दुर्रस्त करनी की मांग की है लेकिन एनएचएआई अधिकारियों को सायद इसी अनहोनी की प्रतीक्षा थी । वहीं आपको बता दें चांडिल गोलचक्कर से मुख्य बाजार तक की सड़क की भी ऐसी ही दुर्दशा है जैसा पितकी फाटक से जामडीह तक की है।