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आपसी भाईचारगी व प्रेम का संदेश देता है सरहुल लोबिन हेम्ब्रम, गाजे-बाजे के साथ कोयलांचल भुरकुंडा में निकला भव्य शोभा यात्रा…

झलकी झारखंड की सभ्यता व संस्कृति, जल-जंगल, जमीन की रक्षा का लिया गया संकल्प…

 

रामगढ़ इन्द्रजीत कुमार

रामगढ़ : रिभर साईड भुरकुंडा स्थित सरना स्थल में शनिवार को केन्द्रीय मिलन सरहुल पूजा समिति के तत्वावधान में सरहुल मिलन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष संतोष मांझी एवं संचालन समिति के सचिव संतोष उरांव ने किया। महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री सह विधायक लोबिन हेम्ब्रम, विशिष्ट अतिथि विधायक अम्बा प्रसाद, झामुमो के केंद्रीय सचिव संजीव बेदिया, आजसू के केंद्रीय महासचिव रोषन लाल चैधरी, पूर्व जिप उपाध्यक्ष मनोज राम, मुखिया अजय पासवान, किसान बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के केंद्रीय संयोजक पंकज महतो, पूर्व पार्षद दर्शन गंझू व झरी मुंडा, जनार्दन पासवान, विष्णु कुमार आदि शामिल हुए। कार्यक्रम में अतिथियों को बैच लगाकर व पगड़ी बांधकर सम्मानित किया गया। समारोह के बाद गाजे-बाजे के साथ भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। जुलूस में दर्जनों गांव के अलग-अलग टोलियां पांरपरिक वेश-भूषा धारण कर मांदर की थाप पर थिरकते नजर आएं।

रीवर साईड भुरकुंडा स्थित सरना स्थल में कई गांव के जुलूस का मिलान हुआ। जहां से जुलूस गाजे-बाजे के साथ क्रमवार नाचते-गाते सयाल मोड़, पटेल नगर, पेट्रोल टंकी, भुरकुंडा बिरसा चैक, जनता टाॅकीज, भुरकुंडा बाजार, थाना चैक होते न्यू बैरक सरना स्थल पहुंचा। जहां जुलूस का विसर्जन हुआ। जुलूस को लेकर जगह-जगह विभिन्न संस्थाओं द्वारा स्टाॅल लगाकर चना-गुड़, ठंडा पानी, और मीठे शरबत का वितरण किया गया। इसके पूर्व पाहन देव लाल मुंडा और राजेंद्र पाहन द्वारा सरना स्थल में झारखंडी रीति-रिवाज से मां सरना की विधिवत पूजा-अर्चना कराई गई। साथ ही लोगों को सखुआ का फूल खोसा गया। मौके पर मुख्य अतिथि लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि सरहुल प्रकृति के उपासना का पर्व है। इसमें झारखंड की सभ्यता व संस्कृति झलकती है। उन्होंने कहा कि सरहुल भाईचारगी और प्रेम का संदेश देता है।

विधायक अम्बा प्रसाद ने कहा कि सरहुल झारखंड की संस्कृति की पहचान है। उन्होंने लोगों को पेड़ों की कटाई नहीं करने सहित अपने जीवन काल में कम से कम एक पौधा जरूर लगाने की अपील की। झामुमो के केंद्रीय सचिव संजीव बेदिया ने कहा कि पेड़-पौधों की सुरक्षा हमसबों को दायित्व है। उन्होंने कहा कि सरहुल जल, जंगल, जमीन व संस्कृति की रक्षा का भी संदेश देता है। दर्जनों गांव के जुलूस का न्यू बैरक में हुआ समापन शोभा यात्रा में शामिल विभिन्न गांवों से निकले जुलूस का भुरकुंडा थाना के पीछे स्थित न्यू बैरक में समापन हुआ। शोभा यात्रा में सरहुल पूजा समिति दुंदुवा, करमाली टोला के पटेलनगर बिरसा चैक व चपरासी क्वार्टर, महुआ टोला, कैथोलिक आश्रम, न्यू बैरक, लपंगा, बिरसा नगर, कोल कंपनी, तीन नंबर झोपड़ी, रीवर साईड सहित दर्जनों गांव के जुलूस का मिलान हुआ।

उक्त शोभा यात्रा में समिति के संस्थापक पीटर नाग, विश्वनाथ करमाली, संरक्षक दर्शन गंझु, पात्रिक मिंज, मिथलेश टुड्डू, संजय लिंडा, श्रीनाथ करमाली, समिति के अध्यक्ष संतोष मांझी, कार्यकारी अध्यक्ष रितिका भोक्ता, उपाध्यक्ष देवकुमार बेदिया, सेरोफिना एक्का, छोटा राजन, गुलाब करमाली व रोहित बेदिया, महासचिव राजाबाबू मुंडा, सचिव संतोष उरांव, सहसचिव रासेल तिग्गा, कजरू गंझू, तारनी बेदिया, संतोष बेदिया व राजू मुंडा, कोषाध्यक्ष मनोज मुंडा व देवशरण मुंडा, संगठन सचिव सुरेश रजवार, संगठन सह सचिव रेणुका देवी, कार्यालय सचिव बुटन मुंडा सहित कार्यकारिणी सदस्यों में उमेश मुंडा, उमेश करमाली, राजकुमार गोंड, बिनोद बेदिया, सुनिल उरांव, अशो मुंडा, मुनेश बेदिया, पिन्टु नायक, कृष्णा मुंडा, महावीर मुंडा, मारग्रेट खलखो, जोसफिन डिक्रूज, बिरसा उरांव, विक्की करमाली, शशि करमाली, नन्दु करमाली, दिप नायक, राजा करमाली, आदेश करमाली सहित दर्जनों सरना धर्मावावलंबी उपस्थित थे।

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