सड़कों के चौड़ीकरण पर चल रहा काम
एमजीएम अस्पताल के कायाकल्प के लिए भी काम कर रही है कंपनी
जमशेदपुर (दीप): टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (पहले जुस्को) ने कहा है कि जमशेदपुर के सर्वांगीण विकास के लिए वे लोग प्रतिबद्ध है और वे लोग सामाजिक सरोकार के साथ काम भी करते रहेंगे. इसकी जानकारी टाटा स्टील यूटिलिटीज के एमडी तरुण डागा, सीनियर जीएम कैप्टन धनंजय मिश्रा और बिजली के प्रमुख बीपी सिंह मौजूद थे. संवाददाता सम्मेलन में इन लोगों ने पानी, बिजली, सड़क, संसाधन को दुरुस्त करने के अलावा तमाम मसलों पर विस्तार से चर्चा की. इस दौरान इन लोगों ने बताया कि एमजीएम अस्पताल के कायाकल्प के लिए वे लोग काम कर रहे है और इस दिशा में काफी काम वे लोग कर चुके है.
पानी और पानी के बेहतर इस्तेमाल की दिशा में नये जगहों पर काम शुरू होगा
एमडी तरुण डागा ने बताया कि पानी के लिए पूर्वी जमशेदपुर और पश्चिमी जमशेदपुर में वे लोग काम कर रहे है. बगान एरिया और बस्ती के क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति वे लोग शुरू करने जा रहे है. इसके तहत कई इलाके में पाइपलाइन के जरिये पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी. जमशेदपुर अक्षेस एरिया के सारे इलाके में ही पानी की आपूर्ति शुरू की जायेगी. तरुण डागा ने बताया कि कई सारे इलाके में पोर्टेबल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित की जा रही है. बारा के एसटीपी प्लांट और खरकई एसटीपी को विकसित किया जा रहा है. बारा एसटीपी की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है. सीवेज ट्रीटमेंट की क्षमता को 26 मिलियन लीटर प्रतिदिन (एमएलडी) की जगह 40 एमएलडी का ट्रीटमेंट किया जा रहा है जबकि पानी का रिसाइकिल 20 एमएलडी होता था, जिसको बढ़ाकर 36 एमएलडी किया जा रहा है. आगे चलकर 15 नये इस तरह के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट छोटे स्तर पर स्थापित किया जायेगा, जो अभी 11 है. इसके अलावा मोहरदा जलापूर्ति के जरिये 9 एमएलडी की जगह 15 एमएलडी का पानी की आपूर्ति की जा रही है. पानी की क्षमता को 206 से एमएलडी था, जो बढ़ाकर 213 एमएलडी कर दिया गया है. इसके अलावा पानी के कनेक्शन पहले 46164 थे, जो बढ़कर 49454 हो चुका है. पानी की बरबादी को भी कंपनी रोकने में कारगर रही है. इसके तहत देश का बेस्ट टाटा स्टील यूटिलिटीज 11.5 फीसदी तक की पानी की बरबादी रोका जा चुका है. इसके तहत पूर्वी जमशेदपुर में गोलमुरी के नामदा बस्ती, मिश्रा बगान, महानंदा बस्ती, लक्ष्मीनगर में 2400 नये कनेक्शन देने पर काम चल रहा है. इससे पहले गोलमुरी ग्वाला बस्ती, रामाधीन बगान, मनीफीट, मिश्रा बगान, आजादबस्ती इलाके में 1800 नये कनेक्शन दिया जा चुका है. एमडी तरुण डागा ने बताया कि जमशेदपुर पश्चिम क्षेत्र में 4516 नये कनेक्शन दिया जायेगा, जो मैरिन ड्राइव की बस्तियों में दी जायेगी. सोनारी दोमुहानी, रामजनमनगर समेत अन्य बस्तियों में पानी दिया जा रहा है. योजना के तहत जमशेदपुर अक्षेस क्षेत्र में 91.1 फीसदी से 95.9 फीसदी तक पानी की आपूर्ति की जा सकेगी.
चाईबासा में मिड डे मिल का किचेन बना रही टाटा स्टील यूटिलिटीज, संसाधन विकसित करने के लिए काम चल रहा
एमडी ने बताया कि बिष्टुपुर में अपने पहले पब्लिक स्कवैयर खोला है. इसके अलावा चाईबासा में एक लाख खाना हर दिन बनाने के लायक किचेन बनाया जा रहा है. इसके अलावा एमजीएम अस्पताल में भी काफी काम किया गया है. अस्पताल के पुराने बिल्डिंग को तोड़ा गया है जबकि पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर नया बनाया गया है. पानी की निकासी और सफाई का बेहतर इंतजाम करने की कोशिश की गयी है. इसके अलावा 52 कैडेट के लिए नवल टाटा हॉकी एकेडमी को टाटा स्टील के कहने पर बनाया गया है. साकची में नया ग्रेजुएट कॉलेज बनाया गया है. एमटीएमएच कैंसर अस्पताल का कुल 127 बेड का व्यवस्था किया गया है. टिनप्लेट अस्पताल में आयुष्मान भारत का 50 बेड का अस्पताल बनाया गया है. टीएमएच के सारे वार्ड को नये सिरे से विकसित किया गया है. कोरोना में रैपिड टेस्टिंग सेंटर बनाया गया है. कोविट केयर सेंटर पुराना केएसएमएस अस्पताल में बनाया गया है जबकि 50 अतिरिक्त चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ बनाया गया है. टीकाकरण का केंद्र भी खोला गया है. जेआरडी टाटा स्पोटर्स कांप्लेक्स के टेनिस और बास्केटबॉल कोर्ट को बनाया गया है. बारीडीह में मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज को बनाया गया है जबकि एक किलोमीटर का बर्मामाइंस से टाटा स्टील तक निकलने वाले फ्लाइओवर को मंजूरी दी गयी है.
सड़कों और पार्क को को नये सिरे से बनाया जायेगा
जमशेदपुर में हरियाली को बेहतर बनाया गया है. 37 फीसदी एरिया हरियाली में है जो देश के कुछेक शहर ही है. दस साल में 14 पार्क नये बनाये गये है. 30 पार्क को नये सिरे से बनाया जा रहा है. पांच साल में 4.4 लाख नये पेड़ बनाये गये है. इसके अलावा जुगसलाई मकदंप में ट्री बैंक बनाया जा रहा है, जो 2.5 लाख पौधे लगाये गये है, जिसको कहीं भी ले जाया जा सकता है. इसके अलावा सोनारी और गोलमुरी में सीनियर सिटीजन पार्क बनाया जा रहा है जबकि सर दोराबजी टाटा पार्क और दलमा व्यू पार्क भी बनाया जा रहा है. कदमा के मैरिन ड्राइव के पास एक जंगल ट्रेल भी बनाया गया है जबकि बायो डावर्सिटी पार्क भी बनाया जा रहा है. कदमा के रामनगर में भी नया पार्क बनाया जा रहा है. 25 किलोमीटर तक के सड़क को पहले चरण में चौड़ीकरण कर दिया गया है जबकि 7.5 किलोमीटर का चौड़ीकरण किया जा रहा है और इस वित्तीय वर्ष में 16 किलोमीटर सड़क का चौड़ीकरण किया जाना है. 70 में नये गोलचक्कर और 45 नये गोलचक्कर को नये सिरे से विकसित किया गया है. बिष्टुपुर, कदमा और साकची एरिया में पार्किंग एरिया को विकसित किया जा रहा है.
बिजली के क्षेत्र में यह काम शुरू होगा
बिजली के क्षेत्र में टाटा स्टील यूटिलिटीज सरायकेला-खरसावां जिले में काम कर रही है जबकि जमशेदपुर में भी नये इलाके में बिजली देने के लिए कंपनी प्रबंधन राजी हो चुकी है. लेकिन जहां तक तार नहीं जा सकता है, वहां पर जाकर बिजली दी जा सकती है, लेकिन जहां पर केबुल नहीं लगाया जा सकता है, वहां पर नहीं बिजली दी जा सकती है. इस दौरान बिजली के प्रमुख बीएन सिंह ने बताया कि टाटा स्टील यूटिलिटीज की ओर से नये क्षेत्रों में बिजली दी जा रही है. 2800 से ज्यादा नये कनेक्शन 2019 में किये गये थे. अभी करीब 70 हजार नये कनेक्शन और घरों में दिये जा चुके है और 48 हजार घरों में बिजली की व्यवस्था की जा चुकी है. सोलर सिस्टम को भी विकसित की जा रही है. इसके तहत इलेक्ट्रिक गाड़ी के लिए नये सेंटर बनाया गया है. बिष्टुपुर कार पार्किंग एरिया बैंक ऑफ बड़ोदा, साई मंदिर के पास एन टाउन सब स्टेशन, जुस्को ऑफिस गेट के पास, साकची बसंत सेंट्रल के पास, जुबिली पार्क पार्किंग एरिया, पार्किंग ऑफिस रोड में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग के लिए व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा सोलर रूफ टॉप बिजली की व्यवस्था की जा रही है.