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जमशेदपुर (दीप): कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल एमजीएम ने और व्यवस्था में सुधार को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे इस दौरान उन्हें इमरजेंसी सहित पूरे परिसर का निरीक्षण किया और कहा कि 10 दिनों में एमजीएम का कायापलट शहरवासियों को देखने को मिलेगा। सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम वर्षों से अव्यवस्था का दशा खेल रहा है ऐसे में कई सरकार आई और कई सरकार चली गई हमेशा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक इस अस्पताल का कायापलट करने का आश्वासन देते रहे लेकिन अस्पताल की व्यवस्था में कोई सुधार देखने को नहीं मिली लेकिन इस बार फिर वर्तमान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने आश्वस्त किया कि 10 दिनों के अंदर अस्पताल का कायापलट हो जाएगा जिसको लेकर मंत्री ने कई बार चुपके से आए और अस्पताल के व्यवस्था को देखकर लौट गए लेकिन शुक्रवार को अस्पताल प्रशासन को जानकारी देकर पहुंचे इस दौरान जिले के उपायुक्त एसएसपी जुस्को के धनंजय मिश्रा और अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे उन्होंने अस्पताल आते ही सबसे पहले इमरजेंसी वर्ल्ड का निरीक्षण किया और अस्पताल के अधीक्षक से जानकारी हासिल की। वहीं कुछ मरीजों से भी उन्होंने इलाज से संबंधित बातें की इतना ही नहीं मंत्री ने मरीजों के लिए उपयोग होने वाले टॉयलेट में भी जाकर निरीक्षण किया इसके बाद उन्होंने पूरे अस्पताल का भ्रमण किया और 100 बेड के बनने वाले अस्थाई आईसीयू भवन स्थल का भी निरीक्षण किया। पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि 10 दिनों के अंदर अस्पताल का कायापलट किया जा रहा है और यह व्यवस्था चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा सबसे पहले अस्पताल के चारदीवारी साफ सफाई जहां तहां गंदगी और पेड़ पौधे उग गए हैं उसको साफ किया जाएगा वहीं उन्होंने यह भी कहा कि कुछ ऐसे भी भवन है जो जर्जर हो चुके हैं उसे गिरा कर उस स्थान पर नए बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा और मौजूद 13 किलो के ऑक्सीजन प्लांट को 20 किलो का अतिरिक्त ऑक्सीजन प्लांट में बदला जाएगा। जल्द ही एमजीएम अस्पताल में एम आर आई सीटी स्कैन की मशीनें उपलब्ध कराई जाएगी जिससे मरीजों को होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगा। आपको बताते चलें कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के अस्पताल में आगमन की जानकारी मिलते ही अस्पताल के व्यवस्था में तुरंत बदलाव देखने को मिला अस्पताल में फैले जहां-तहां कचरू को सही समय पर साफ किया गया वहीं बदबूदार इमरजेंसी वार्ड और हमेशा जमीन पर लेटा कर इलाज कराते मरीज देखे जाते थे वही स्वास्थ्य मंत्री के आगमन से पहले सभी मरीजों को बेड में शिफ्ट कर दिया गया। अस्पताल परिसर की व्यवस्था में परिवर्तन इस तरीके से दिखा की मुख्य द्वार पर सुरक्षाकर्मी तैनात होकर व्यवस्था पर नजर रखे हुए थे वहीं अस्पताल के अधीक्षक अरुण कुमार की देखरेख में साफ सफाई के कर्मचारी सफाई करते देखे गए इमरजेंसी वार्ड में एक भी मरीज जमीन पर इलाज कराते नहीं दिखा गया डॉक्टर और नर्स में भी मरीजों का खास देखभाल कर रहे थे तो कभी मरीजों को लाने ले जाने के लिए स्टेचर नहीं मिलता था वही चार से पांच स्ट्रेचर इमरजेंसी के बाहर रखा हुआ था।

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