जानिए दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्रीमंडल किसे मिला।
✍️ संजय कुमार विनीत
दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन बनेगा, कल तक क्रिकेट के टी ट्वेंटी जैसा लग रहा था । इससे पहले लगातार दो बार विधानसभा का चुनाव हार कर तीसरी बार विधानसभा जीने वाली रेखा गुप्ता बाजी मारी गई और दिल्ली का ग्यारहवां मुख्यमंत्री बनी । गौर करने वाली बात यह है कि, मुख्यमंत्री पद के सबसे प्रबल दावेदार प्रवेश वर्मा ने ही रेखा गुप्ता का नाम प्रस्ताव में रखा ।
बहरहाल, रेखा गुप्ता दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी। रेखा गुप्ता शालीमार बाग सीट से विधायक हैं। रेखा गुप्ता बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की सक्रिय सदस्य हैं। संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के जरिये उन्होंने छात्र राजनीति में प्रवेश किया। 1994-95 में वह दौलत राम कॉलेज में सचिव चुनी गईं। 1995-96 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की सचिव बनीं। 1996-97 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष बनीं। खास बात यह भी है कि, रेखा गुप्ता अपने राजनीतिक जीवन में पीछले तीस साल से भाजपा से ही जुड़ा हुआ है।
रेेखा गुप्ता 2003-2004 तक बीजेपी युवा मोर्चा दिल्ली में सचिव के पद पर रहीं। 2004-2006 में वह युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव बनीं। अप्रैल 2007 में उत्तरी पीतमपुरा वार्ड से बीजेपी के टिकट पर पार्षद बनीं। नगर निगम में पार्षद बनने के बाद उन्हें 2007-2009 तक महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी सौंपी गई। मार्च, 2010 में उन्हें भाजपा में राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया। मौजूदा वक्त में वह भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। रेखा गुप्ता शालीमार बाग वार्ड से भी पार्षद रही हैं।
रेखा गुप्ता ने पहली बार विधानसभा का चुनाव जीता है। वह शालीमार बाग सीट से विधायक चुनी गई हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार वंदना कुमारी को 29,595 वोटों के बड़े अंतर से मात दी है। रेखा गुप्ता मूल रूप से हरियाणा के जींद की रहने वाली हैं। उनका पुश्तैनी गांव नंदगढ़ जींद के जुलाना इलाके में है। यहां उनके दादा मनिराम और परिवार के बाकी लोग रहते थे। रेखा के पिता जयभगवान की नौकरी दिल्ली में लग गई थी इसलिए उनका पूरा परिवार दिल्ली में शिफ्ट हो गया। रेखा गुप्ता की स्कूली पढ़ाई से लेकर ग्रेजुएशन तक दिल्ली में ही हुई है। रेखा गुप्ता की 1998 में मनीष गुप्ता से शादी हुई थी। मनीष गुप्ता स्पेयर पार्ट्स का कारोबार करते हैं।
दिल्ली में आज से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार का आगाज होने जा रहा है। एक दिन पहले ही बीजेपी विधायक दल की बैठक में रेखा गुप्ता को नेता चुना गया था। दिल्ली की नई सरकार के शपथग्रहण में मुख्यमंत्री के साथ छह मंत्री भी पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे। मंत्रियों के नाम भी सामने आ गए हैं। मंत्रियों की लिस्ट में मुख्यमंत्री की रेस में शामिल रहे प्रवेश वर्मा और आशीष सूद के साथ ही मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा, पंकज सिंह औऱ रविंद्र राज के नाम शामिल हैं।
दिल्ली सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने जा रहे 6 नामों की लिस्ट में सबसे पहला नाम प्रवेश वर्मा का है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा दिल्ली चुनाव में विधानसभा पहुंचे बीजेपी के बड़े चेहरों में से एक हैं। वह नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और सीएम कैंडिडेट रहे अरविंद केजरीवाल को हराकर विधानसभा पहुंचे हैं। अरविंद केजरीवाल को पटखनी देकर विधानसभा पहुंचने की वजह से प्रवेश को सीएम के लिए मजबूत दावेदार बताया जा रहा था। अब वह रेखा गुप्ता कैबिनेट में मंत्री बनने जा रहे हैं।
प्रवेश वर्मा :
47 साल के प्रवेश वर्मा जाट वर्ग से आते हैं। प्रवेश वर्मा नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को 4089 वोट के अंतर से हराकर दिल्ली विधानसभा पहुंचे हैं। प्रवेश वर्मा पहली बार 2013 के दिल्ली चुनाव में मेहरौली सीट से विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे। तब प्रवेश वर्मा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी के नरिंदर सिंह सेजवाल को 4564 वोट के अंतर से हराया था। 2014 और 2019 के आम चुनाव में प्रवेश वर्मा साउथ दिल्ली सीट से सांसद भी रहे. 2014 में प्रवेश वर्मा 2 लाख 68 हजार वोट से अधिक के अंतर से जीते थे जबकि 2019 में उनकी जीत का अंतर 5 लाख 78 हजार वोट से अधिक का रहा था।प्रवेश वर्मा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन के बाद एमबीए किया है। उनकी पत्नी स्वाति सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश बीजेपी के कद्दावर नेता रहे विक्रम वर्मा की बेटी हैं। प्रवेश वर्मा बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े और केशवपुरम के शाखा प्रमुख भी रहे हैं। बीजेपी से राजनीतिक सफर का आगाज करने वाले प्रवेश वर्मा भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे हैं।अल्पसंख्यकों को लेकर अपने बयानों से विवादों में भी रहे।
मनजिंदर सिंह सिरसा :
बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा राजौरी गार्डेन विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी उम्मीदवार धनवती चंदेला को 18190 वोट से हराकर विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए हैं। दिल्ली के बड़े सिख नेताओं में गिने जाने वाले सिरसा शिरोमणि अकाली दल में थे और दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष भी रहे। सिरसा 2013 और 2015 के दिल्ली चुनाव में राजौरी गार्डेन सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे लेकिन 2020 में उन्हें मात मिली थी. सिरसा ने साल 2021 में बीजेपी जॉइन कर ली थी।कभी बादल परिवार के करीबियों में शुमार रहे सिरसा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के राजनीतिक सलाहकार के तौर पर भी काम कर चुके हैं।
पंजाब और राजस्थान की सीमा पर स्थित सिरसा से आने वाले मनजिंदर सिंह सिरसा साल 1991 में दिल्ली आए थे और साल 2007 में बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में एमसीडी इलेक्शन से चुनावी डेब्यू किया था। तब वह पंजाबी बाग वार्ड से पार्षद निर्वाचित हुए थे। सिरसा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री गुरु तेगबहादुर खालसा कॉलेज से बीए (ऑनर्स)में दाखिला लिया था।हालांकि, उन्होंने बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी और रियल इस्टेट के बिजनेस में उतर गए।
रविंद्र राज :
बवाना विधानसभा सीट से विधायक रविंद्र राज दिल्ली की नई रेखा गुप्ता कैबिनेट में दलित चेहरा होंगे। बीजेपी एससी मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रविंद्र ने विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के जय भगवान उपकार को बड़े अंतर से हराया था। दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट 50 साल के रविंद्र राज का पेशा व्यवसाय है।
कपिल मिश्रा :
कपिल मिश्रा करावल नगर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के मनोज कुमार त्यागी को हराकर विधायक निर्वाचित हुए हैं। साल 2015 में आम आदमी पार्टी की प्रचंड जीत के बाद अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली सरकार में उन्हें जल और पर्यटन मंत्री बनाया गया था।साल 2017 में कपिल मिश्रा को केजरीवाल कैबिनेट से बर्खास्त कर आम आदमी पार्टी से निकाल दिया गया था। कपिल साल 2019 में बीजेपी में शामिल हो गए और 2020 के दिल्ली चुनाव में मॉडल टाउन सीट से मैदान में उतरे लेकिन तब उन्हें मात मिली थी।
आशीष सूद :
आशीष सूद दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बड़ा पंजाबी चेहरा हैं। लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी से जुड़े रहे आशीष सूद जनकपुरी विधानसभा सीट से विधायक हैं।दिल्ली बीजेपी में कई अहम पदों पर रह चुके आशीष सूद भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव और उपाध्यक्ष, दिल्ली बीजेपी के सचिव रह चुके हैं। वह साउथ एमसीडी में नेता सदन के साथ ही गोवा और जम्मू कश्मीर में पार्टी के सह प्रभारी भी रह चुके हैं। उनकी गिनती बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के करीबियों में होती है। आशीष सूद ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ अपने सियासी सफर का आगाज किया था।
पंकज सिंह :
दिल्ली बीजेपी के पूर्वांचली चेहरे पंकज सिंह विकासपुरी विधानसभा सीट से विधायक हैं।पेशे से डेंटिस्ट पंकज सिंह ने साल 1998 में बिहार की मगध यूनिवर्सिटी से बीडीएस की पढ़ाई की थी।पंकज सिंह ने विकासपुरी विधानसभा सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी के महिंदर यादव को 12876 वोट के अंतर से हराया था।