नौरंगराय सुर्यदेवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर रुचाप चांडिल मे आयोजित, कहा कि मातृ सम्मेलन का उद्देश्य बालकों का सर्वांगीण विकास करना…
चांडिल (सुदेश कुमार) किसी भी परिवार,समाज एवं देश के निर्माण में माताओं की अति महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जिसे लेकर रविवार को नौरंगराय सुर्यदेवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर रुचाप चांडिल मे मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमे की विद्यालय की लगभग 500 माताओ ने भाग लिया। सबसे पहले माताओ में से सर्वसम्मति से अर्चना प्रसाद को अध्यक्ष और टुम्प मंडल को उपाध्यक्ष चुना गया। कार्यक्रम का प्रारंभ अध्यक्ष, उपाध्यक्ष,प्राचार्य और उप प्राचार्य के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। सुब्रत चटर्जी के द्वारा आज के कार्यक्रम के बारे मे विस्तृत रूप से बताया गया और माताओ को बच्चों के विकाश मंे उनकी भूमिका के बारे मे अवगत कराया गया। माताओं से विद्यालय से संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव भी लिए गए जिसमें की माताएं संतुष्ट दिखी और विद्यालय प्रबंधन की व्यवस्था से संतुष्ट होकर प्रशांसा की । माताओ के बीच मुजिकल् चेयर प्रतियोगिता और शंख बजाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मुजिकल् चेयर मे रानी महतो प्रथम, कमला महतो द्वितीय और दुर्गमणि मुर्मू तृतीय स्थान पर रही। संख बजाओ प्रतियोगिता में अनिमा मंडल प्रथम, टुम्प मंडल द्वितीय और रिंकू प्रमाणिक तृतीय स्थान पर रही।
सभी विजेता माताओं को विद्यालय द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। सभी माताओ के लिए विद्यालय के तरफ से सुरूचि भोजन की भी व्यवस्था की गयी थी। अध्यक्ष महोदया मे अपने भाषण मे विद्यालय द्वारा किये गए आयोजन की बहुत प्रशंसा की और कहा की माताओ को भी अपनी भूमिका का निर्वहन सही तरह से करना चाहिए तभी जाकर बच्चों का समुचित विकास संभव होगा। कार्यक्रम के सफल संचालन मे विद्यालय के सभी आचार्य और दीदीजी की भूमिका सराहनीय रही।