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देवस्नान पूर्णिमा पर हरिभंजा में 108 पवित्र कलशों के जल से महाप्रभु जगन्नाथ, बलभद्र, देवी सुभद्रा व सुदर्शन ने किया शाही स्नान…

 

सरायकेला ब्यूरो : संजय मिश्रा (सहयोगी पंकज कुमार)

खरसावां के प्रसिद्ध हरिभंजा के जगन्नाथ मंदिरों में महाप्रभु जगन्नाथ, बलभद्र, देवी सुभद्रा व सुदर्शन को मंदिर के रत्न सिंहासन से शाही स्नानमंडप तक लाया गया. इसके पश्चात महास्नान के सभी रश्मों को निभाया गया. मौके पर महाप्रभु जगन्नाथ, बलभद्र व देवी सुभद्रा का 108 पवित्र कलशों के जल से महास्नान कराया गया. महाप्रभु जगन्नाथ को 35 कलश, बडे भाई बलभद्र को 42 कलश, बहन सुभद्रा को 20 कलश व सुदर्शन को 11 कलश जल से स्नान कराया गया. इसके अलावे अगुरु, चंदन, गाय का घी, दुघ, दही, मधु, हल्दी आदि का लेप भी लगाया गया. इस दौरान मुख्य रुप से पुरोहित प्रदीप कुमार दाश, भरत त्रिपाठी, जमीनदार विद्या विनोद सिंहदेव, संजय सिंहदेव, राजेश सिंहदेव, राणा सिंहदेव, जगन्नाथ त्रिपाठी, शचिंद्र कुमार दाश, मोहित दाश, धनंजय सिंहदेव समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे.

— सात जुलाई को निकलेगी भव्य रथ यात्रा –

परंपरा के अनुसार अत्यधिक स्नान कर भगवान बीमार हो गये है। तथा उपचार हेतु उन्हें मंदिर के अणसर गृह में रखा गया है. अब 15 दिनों तक प्रभु जगन्नाथ, बलभद्र व देवी सुभदा का अलग-अलग तरह की जड़ी-बूटी देकर उपचार किया जायेगा. इन 15 दिनों में किसी को भी प्रभु जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा के दर्शन नहीं होंगे. 7 जुलाई को नेत्र उत्सव पर प्रभु नये रंग-रुप में अपने भक्तों को दर्शन देंगे. इसी दिन ही वार्षिक रथ यात्रा भी निकाली जायेगी.

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