विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर सीएस कार्यालय में हुआ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन…
सरायकेला ( संजय मिश्रा ) : विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर बुधवार को सिविल सर्जन कार्यालय में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार सिन्हा ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। सीएस ने अपने संबोधन में कहा कि सिकल सेल मानव शरीर में होने वाला एक विकार है। इसके कारण शरीर में हमेशा रक्त की कमी बनी रहती है। रक्त की कमी होने से शरीर कमजोर होता है तथा अन्य दूसरी बीमारी होने का भी खतरा बना रहता है।
उन्होंने कहा कि सिकल पर रोक लगाने को लेकर जिले में निरंतर जांच की जा रही है। इसके लिए आवासीय विद्यालयों और आदिवासी बहुल क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सिकल सेल अनुवांशिक बीमारी है जो की बच्चों को उनके माता पिता से मिलती है। जांच के क्रम में एनीमिया पीड़ित और कैरियर दोनों तरह के मरीज पाए जाते हैं। एनीमिया कैरियर में सिकल सेल होने का खतरा बहुत कम रहता है लेकिन अगर दो एनीमिया कैरियर पुरुष और महिला की जो संतान होगी वो सिकल सेल से पीड़ित होगी।
सीएस ने बताया कि सिकल सेल जांच का एक मुख्य उद्देश्य दो एनीमिया कैरियर बालक और बालिकाओं की एक दूसरे के साथ शादी करने से रोकना भी है, ताकि उनकी संतान सिकल सेल से पीड़ित न हो। विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर जिले की सहियाओं ने जिला कार्यक्रम समन्वयक अर्चना तिग्गा के नेतृत्व में जागरूकता रैली का आयोजन किया। रैली को सिविल सर्जन कार्यालय से शुरू कर सदर अस्पताल सरायकेला तक लाया गया। इस दौरान सहियाओं ने जागरूकता नारा और स्लोगन के मध्यम से लोगों को सिकल सेल के प्रति जागरूक किया। इस दौरान डीपीसी ने सदर अस्पताल के मरीजों के साथ बात चीत कर उन्हे सिकल सेल के बारे में बताया और इससे बचाव के लिए निरंतर एनीमिया जांच करवाने की अपील की। मौके पर सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ चंदन कुमार एवं अस्पताल के अन्य कर्मी मौजूद रहे।
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जिला में 58 हजार लोगों का हुआ सिकल सेल की जांच, नौ मरीज पीड़ित:-
सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में मंगलवार तक कुल 58 हजार लोगों की जांच किया जा चुका है। जिसमें से नौ मरीज सिकल सेल एनिमिया से पीड़ित पाये गये हैं। जबकि पूर्व से पांच मरीज जिला में हैं। सिकल सेल बीमारी के मामले पर सरायकेला-खरसावां जिला काफी बेहतर स्थिति में है यहां काफी कम मरीज हैं। सीएस ने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच किया जा रहा है। इसके साथ ही जिले के तीन विद्यालयों सरायकेला के अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय संजय, अनुसूचित जाति प्राथमिक विद्यालय संजय एवं आश्रम आवासीय विद्यालय कुचाई में सिकल सेल की जांच की जा रही है।