Potka – पोटका-उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय चाकड़ी के अंग्रेजी शिक्षक मोहम्मद अमानुल्लाह के सरकारी दस्तावेज में कार्यकाल पूरा होने को लेकर अभिभावक समूह ,विद्यालय संचालन समिति, माता समिति ,शिक्षक शिक्षिकाओं एवं छात्र-छात्राओं के संयुक्त तत्वावधान में जयहरी सिंह मुंडा की अध्यक्षता पर एक विदाई समारोह आयोजन कर विदाई दी गई।
समारोह का संचालन शिक्षक मुकेश कुमार ने किया ।छात्राओं द्वारा स्वागत गीत से अतिथियों एवं शिक्षक का स्वागत किया गया। मोहम्मद अमानुल्लाह का 17 जनवरी 1989 को प्राथमिक विद्यालय औरंगाबाद में सहायक शिक्षक के रूप में योगदान हुआ। नजरिया उर्दू मध्य विद्यालय मांनगो, उर्दू प्राथमिक विद्यालय गालूडीह में सेवा दिए। गालूडीह में सेवा के दौरान उन्हें बतौर अंग्रेजी शिक्षक के रूप में डेपुटेशन पर उच्च विद्यालय में सेवा देने का मौका मिला । 2017 से उत्क्रमित +2उच्च विद्यालय चाकड़ी पर प्रभारी प्रधानाध्यापक रह कर सेवा दिए जिसमें विद्यालय के कोई वैकल्पिक विकास के कार्य किए जो सराहनीय है, जैसे विद्यालय विकास हेतु भूमि दान के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित करना। इन्हीं के कार्यकाल पर विद्यालय में मैट्रिक परीक्षा का सेंटर शुरू हुआ ।विद्यालय के सौंदर्यीकरण मैं इनका बहुत बड़ा हाथ रहा।
समारोह में अतिथियों एवं शिक्षकों के द्वारा अपना -अपना विचार रखा गया। शिक्षक अमानुल्लाह अपना विचार रखते हुए भावुक हो गए एवं कहे विद्यालय के विकास में समिति का पूर्ण सहयोग रहा तभी हम विद्यालय को आगे बढ़ा पाए।
पूर्व शिक्षक जय हरि सिंह मुंडा अपने शायराना अंदाज में कहे, शैक्षणिक संस्था से जो रिश्तों की डोर बंधी थी, उसके खुलने का समय आया है ।जिस काम से नाम हुआ उस काम से अब आराम का समय आया है । मगर छात्र-छात्राओं और हम सबों से जो रिश्तों की डोर बंधी है , उसे यथावत रहने दिया जाए। शैक्षणिक संस्था समझकर नहीं अपना परिवार एवं घर समझकर समय-समय पर अवश्य सेवा दिया जाए।
धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के प्रधानाध्यापक अचल पोद्दार द्वारा किया गया। समारोह में जयहरी सिंह मुंडा ,शिवजन सरदार ,रंजीत सरदार प्रधानाध्यापक अचल पोद्दार, बिट्टू सर, मिथुन गुप्ता, अरिंदम मंडल, शुभम सर, स्वदेश मंडल, मोहम्मद तसलीम आजाद, बादल सिंह सरदार, अतुल महतो, जोबा सोरेन, सुबिला सरदार, टिंबल मैम, मुकेश कुमार के अलावे शिक्षा समिति के सदस्यों, माता समिति के सदस्यों ,अभिभावक गणों एवं छात्र -छात्राएं उपस्थित थे।