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केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का प्रयास लाया रंग।

आरपीएफ बैरक से उलीडीह सड़क निर्माण को रेलवे की मिली हरी झंडी…

सरायकेला – संजय मिश्रा ।

खूंटी सांसद सह केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के प्रयास से आरपीएफ बैरक से उलीडीह तक की 3.5 किलोमीटर सड़क निर्माण का कार्य रेलवे की हरी झंडी मिलने के साथ ही प्रशस्त हो गया। इधर रेलवे की एनओसी मिलने के साथ ही श्री मुंडा ने सांसद निधि से तत्काल इस काम को शुरू करने की घोषणा की है। बता दें कि सीनी रेलवे स्टेशन को पार करने का एकमात्र रास्ता रेलवे अंडर ब्रिज है। जिसमें बरसात के दिनों में पानी भर जाता है। यद्यपि उक्त अंडर ब्रिज के इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य भी खूंटी सांसद अर्जुन मुंडा के सांसद निधि से कराया गया था।

उक्त एक मात्र अंडर ब्रिज में पानी भर जाने के कारण बरसात के दिनों में सीनी से सरायकेला मुख्यालय से कट जाता है। रेलवे आरपीएफ बैरक से उलीडीह तक पहुंचने के लिए सड़क निर्माण की मांग को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों ने श्री मुंडा से मुलाकात की थी। इस मामले को लेकर श्री मुंडा ने रेल मंत्री को पत्र लिखकर जनता की परेशानी से अवगत कराया। क्योंकि यह भूमि रेलवे की है अतः सड़क निर्माण के लिए उसका एनओसी आवश्यक था। केंद्रीय मंत्री की पहल से अंततः सड़क निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो चुका है।

इसके निर्माण कार्य के पूर्ण होने पर न केवल कमलपुर, सीनी सहित आसपास के दर्जनों गांव के ग्रामीण लाभान्वित होंगे। बल्कि रेलवे लाइन के कारण दो भागों में बंटा सीनी की जनता को भारी राहत मिलेगी। चक्रधरपुर रेल मंडल के रेल उप प्रबंधक ने सरायकेला-खरसावां जिले के उपायुक्त को एनओसी पत्र प्रेषित कर इस मामले से अवगत कराया है।

बताते चलें कि जनहित से जुड़े उक्त सड़क मार्ग आरपीएफ बैरक से मुंडाटांड, उलीडीह, गोंगाडीह, सकलाडीह, पानारोल, सिंदरी, डोमजुड़ी, लकड़बाग, गोपीनाथपुर, भालूकपहाड़ी, मधुपुर, रघुनाथपुर, रंगाटांड, प्रधानडीह, चैतनपुर, धातकीडीह, चीताडीह, भेलाईडीह एवं ऊपर दुगनी सहित दर्जनों गांवों को जोड़ती है।

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