महा माया टुंगरी मे हर्षउल्लास के साथ मना करम परब…
रामगढ़:इन्द्रजीत कुमार
महामाया टुंगरी कांकेबार मे धूमधाम से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी करम परब मनाया गया। उन्होंने बताया कि करम महज एक वृक्ष नही है,ये आदिवासियों की ऐतिहासिक धरोहर है,आध्यत्म और जीवन का अभिन्न अंग है,करम परब महज एक वृक्ष नही है,बल्कि समस्त पृथ्वी और पुकराल को सजीव बनाये रखने का प्रतीकात्मक प्रयास है,आदिवासियों के जीवन दर्शन का हिस्सा है करम परब जिसे जलवायु परिवर्तन और वैश्विक ऊष्मीकरण के वैकल्पिक इलाज की तरह देखा जा सकता है।
जिसके मुख्य अतिथि रामगढ़ नगर परिषद उपाध्यक्ष मनोज कु महतो तथा विशिष्ट अतिथि पार्षद प्रतिनिधि अरविन्द कु महतो,बासुदेव महतो,भोला महतो,बीरबल महतो,सीताराम महतो शामिल रहे। जिसमें मुख्य कथा वाचक के रूप में बी एन ओहदार रहे। मौके पर मनोज़ कुमार महतो ने कहा पर्व सभी बहनें अपने भाई की लंबी आयु के लिए करती है। दिनभर उपवास कर शाम में करमा पेड़ के डाल को घर के आंगन में रखकर पूरी रात पूजा अर्चना करती हैं।
पूजा अर्चना के दौरान बहनें ने अपने भाई की लंबी उम्र के लिए भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी से विनती करती है। पूजा के दूसरे दिन सुबह करमा के डाल को नदी में प्रवाहित कर दिया जाता है। कमेटी के सदस्यों ने कहा की यह पर्व प्राकृतिक प्रेम को दर्शाता है। इस करमा परब को सफल बनाने मे सुरेश महतो,मुकेश महतो, शीतल प्रसाद, नुनुलाल महतो, झलकदेव महतो,टिकेन्दर महतो,भुनेश्वर महतो,महेन्द्र महतो, जोगेंद्र महतो, डालचंद ओहदार, ईश्वर महतो,सुनील महतो,गोपाल महतो, आदि महिलाओ का भी भरपूर सहयोग रहा।