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भाजपा झारखंड में 68 सीट पर चुनाव लड़ेगी और आजसू 10, जदयू दो, एलजेपी एक सीट पर प्रत्याशी मैदान में उतारेंगी…

 

राँची (अर्जुन कुमार) झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया. और असम के मुख्यमंत्री व भाजपा झारखंड चुनाव सह-प्रभारी हिमंता विस्व सरमा, शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, आजसू के अध्यक्ष सुदेश महतो, गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी सहित अन्य मौजूद रहे. मौके पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश मे एनडीए की सरकार है. शक्तिशाली भारत का निर्माण मोदी जी के नेतृत्व में हो रहा है. केंद्र की मोदी सरकार विकास और शासन का प्रतीक है. कहा कि झारखंड में चुनावी बिगुल बज चुका है.और कहा की इंडिया गठबंधन की सरकार ने झारखंड को तबाही के रास्ते पर ले गये हैं. हमारी कोशिश है कि बेटी, माटी, रोटी और नौजवान सुरक्षित रहे.

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सीट बंटवारा में आजसू 10, जदयू दो और एलजेपी एक सीट पर झारखंड में चुनाव लड़ेगा
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि झारखंड में एनडीए मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेगा. उन्होंने कहा कि झारखंड में बीजेपी,आजसू, जदयू और लोजपा मिलकर चुनाव लड़ेगा. सीट शेयरिंग पर भी चर्चा हो चुकी है.

आजसू 10 सीट सिल्ली, रामगढ़, गोमिया, ईचागढ़, मांडू, जुगसलाई, डुमरी, पाकुड़, लोहरदगा और मनोहरपुर से अपना प्रत्याशी उतारेगा. वहीं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) दो सीट तमाड़ और जमशेदपुर पश्चिमी और एलजेपी (eJ) एक सीट चतरा से चुनाव लड़ेगा. बाकी बचे 68 सीटों पर बीजेपी अपने उम्मीदवार उतारेगी.

सीट शेयरिंग में हो सकता है परिवर्तन

हिमंता विस्व सरमा ने कहा कि यह चुनाव हम प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एनडीए के साथ लड़ेंगे. झारखंड में एनडीए के प्रमुख घटक दल आजसू, जदयू और लोजपा हैं. सीट पर चर्चा आगे भी चलेगी और समय के हिसाब से परिवर्तन भी होगा. हिमंता ने कहा कि बाकी सीट पर बीजेपी चुनाव लड़ेगी. हालांकि एक-दो सीट पर चर्चा चल रही है.

आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि हमने झारखंड विधानसभा चुनाव संयुक्त रूप से लड़ने की घोषणा की है. राज्य की जनता दोनों दलों को एक साथ देखना चाहती है. हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2019 में जिन्होंने कमान संभाला, हर लोग इस तकलीफ से निजात चाहता है. जनता का समीकरण तैयार हो रहा है. कहा कि निजी हित और स्वार्थ में शासन और विकास विलुप्त है. राजनीतिक जवाबदेही के रूप में हम मिलकर नया जनादेश देने की तैयारी कर चुके हैं.

 

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