राँची / RANCHI
मुक्ति संस्था हिन्दु के परंपरा के साथ रिम्स में पडे 29 शवों का
किया दाह संस्कार …..
रॉची ब्यूरो: हिंदू परंपरा और धर्म ग्रंथों के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को मोक्ष या मुक्ति तब तक नहीं मिलती है, जब तक उसे मुखाग्नि नहीं दी जाती है, यानि जब तक किसी भी मृत शरीर का अंतिम संस्कार पूरे विधि विधान के साथ नहीं किया जाता है, तबतक उसे मुक्ति नहीं मिलती है। वही लगातार इन कार्यो का निर्वाहन मुक्ति संस्था हिंन्दु परंपरा और विघान के साथ रिम्स में पड़े 29 लावारिश शवों का जुमार नदी तट पर सामुहिक दाह संस्कार किया । इस के पीछे कई सवाल सामने उभर कर आ रही है कि आखिर इंसान इतना खुदर्गज क्यों हो गया की मरने के बाद परिजन शव को क्यों नहीं ढूंढ ने में गंभीरता दिखाती है ।
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