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साढ़े 4 वर्षीया बच्ची को सांप ने डंसा, सदर अस्पताल में इलाज के बाद स्थिति बेहतर…

 

सरायकेला Sanjay। क्षेत्र में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच सांपों का कहर भी बढ़ता हुआ देखा जा रहा है। एकमात्र सदर अस्पताल सरायकेला का आंकड़ा देखा जाए तो मई महीने के आज तक के 18 दिनों में जिले भर में 20 लोग सर्प दंश का शिकार हुए हैं। जिनमें से एक की मौत भी हो चुकी है। इधर बृहस्पतिवार की सुबह घटी एक सर्पदंश की घटना में राजनगर के जामडीह निवासी साढ़े 4 वर्षीया सुंदरी कालिंदी सर्पदंश की शिकार हो गई। जिसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए परिजनों द्वारा सुंदरी को सदर अस्पताल सरायकेला लाया गया। जहां उचित इलाज के बाद चिकित्सकों ने सुंदरी का जीवन खतरे से बाहर बताया है।

घटना के संबंध में सुंदरी के पिता छोटू कालिंदी ने बताया कि प्रत्येक दिन की भांति सुंदरी अपनी बहन के साथ समीप के बांध में नहाने जा रही थी। इसी दौरान सांप ने सुंदरी के एक पैर में तीन जगह डंस लिया। जिसके बाद सुंदरी को तत्काल सदर अस्पताल सरायकेला लाया गया। जहां इलाज के बाद सुंदरी का जीवन सुरक्षित है। मौके पर मौजूद अस्पताल प्रबंधक संजीत राय ने बताया कि इमरजेंसी सेवा को लेकर सदर अस्पताल में विशेष पहल रखी जाती है। जिसके तहत सर्पदंश से जीवन रक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा में एंटी वेनम वैक्सीन उपलब्ध है। घटना को लेकर सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने लोगों से अपील की है कि सर्पदंश के किसी भी मामले में तत्काल चिकित्सक से संपर्क कर संपूर्ण इलाज कराएं। मामले में चिकित्सक तक पहुंचने में तनिक भी देरी नहीं करें।

संपूर्ण इलाज संभव है। इसलिए सांप के डसने के किसी भी मामले में झाड़-फूंक, टोना टोटका और जड़ी बूटी के इलाजों के चक्कर में पड़कर देर नहीं करते हुए प्रभावित व्यक्ति को तत्काल चिकित्सकीय इलाज उपलब्ध कराएं। क्योंकि सांप डसने के बाद के कुछ ही क्षण जीवन रक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। और देर होने की स्थिति में चिकित्सकीय इलाज भी कारगर एवं संभव नहीं हो पाता है। विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में सर्पदंश से जीवन सुरक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा में एंटी वेनम वैक्सीन उपलब्ध है।

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