शराब के हर ब्रांड पर 1 अक्टूबर से हुई 10 से 15%
कीमतों में वृद्धि…..
हुई महंगी बहुत ही शराब तो थोड़ी थोड़ी पिया करो…..
सरायकेला। कहते हैं कि शराब दुकान खोलने के लिए किसी वास्तु शास्त्र की आवश्यकता नहीं होती है। जहां खुले वही शराबियों की कतार लग जाती है। परंतु शराब के शौकीनों के लिए एक बुरी खबर भी है। जहां 1 अक्टूबर से शराब के सभी ब्रांडों में 10 से 15% तक की वृद्धि की गई है। इस संबंध में झारखंड सरकार उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के उत्पाद आयुक्त ने पत्र लिखकर विभिन्न मदिरा के ईडीपी अनुमोदन के संबंध में जानकारी दी है। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिले के उत्पाद अधीक्षक अजय कुमार ने बताया है कि झारखंड मदिरा का भंडारण एवं थोक बिक्री नियमावली 2022 के नियम 9(I) में उपबंधित प्रावधानों के अधीन विभागीय राजस्व हित में मदिरा आपूर्तिकर्ता कंपनी के विभिन्न धारिता वाली मदिरा आईएमएफएल/ बीयर/ एफएमएफएल की एडीबी को अनुमोदित किया गया है। उन्होंने बताया कि वैसे ब्रांड जिनका ईडीपी संशोधित नहीं हो रहा है, ईडीपी एवं एमआरपी अपरिवर्तित रहेगा। जबकि अनुमोदित ईडीपी एवं एमआरपी की ब्रांडवार कीमतों में 10 से 15% तक की वृद्धि की गई है।
बताते चलें कि जिले में संचालित विभिन्न शराब की काउंटरों से प्रतिदिन औसतन 40 लाख रुपए की शराब की बिक्री का अनुमान बताया जाता है। जबकि विशेष अवसरों वाले समय में यह बिक्री ₹ 50 लाख रुपए तक पहुंच जाती है। जिसमें सबसे अधिक बिक्री कम कीमत वाले ब्रांडों के शराब की बताई जाती है। जिससे कयास लगाया जा रहा है कि अधिकांश कम आय वाले शराब सेवनकर्ताओं पर शराब की बढ़ी कीमतों की गाज गिरने वाली है। हालांकि शराब काउंटरों के संचालक एवं विक्रेता बताते हैं कि कीमतों में वृद्धि होने के बावजूद भी बिक्री प्रभावित नहीं होगा। इसका प्रमुख कारण शराब के शौकीन वर्गों से बताया जा रहा है कि शराब लगी मुंह अपनी आदतों से बाज नहीं आ सकेगी। चाहे जागरूकता के कितने भी प्रवचन बोल लिए जाएं।