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4 सालों के बाद बाल संरक्षण के प्रयास से मुक बधिर नाबालिग

पहुंचा अपने परिवार के बीच; छाई खुशियां……

सरायकेला। चांडिल अनुमंडल अंतर्गत कुकड़ू प्रखंड के चौड़ा गांव से लापता हुआ एक मुक बधिर नाबालिग लगभग 4 वर्षों के बाद अपने परिवार के बीच पहुंचा। जिला बाल संरक्षण के प्रयास से नाबालिग के अपने घर परिवार वालों के बीच पहुंचते ही खुशी का माहौल छा गया।

नाबालिग को उसके परिवार वालों के बीच पहुंचाते हुए जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी संतोष कुमार ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2018 के जुलाई महीने में उक्त नाबालिग अपने परिवार से बिछड़ कर भटकते हुए नई दिल्ली पहुंच गया था। जहां चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन की नजर उक्त बालक पर पड़ी। और चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन द्वारा नाबालिग को अपने संरक्षण में लेते हुए रेस्क्यू किया गया। बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करते हुए नाबालिग को बाल गृह में रखा गया। जिसके बाद काउंसलिंग करने के दौरान उसके सरायकेला खरसावां जिले के कुकड़ू प्रखंड अंतर्गत चौड़ा गांव के होने की बात पता चली।

इस पर चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन द्वारा जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी संतोष कुमार ठाकुर से संपर्क किया गया। इसके बाद जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने नाबालिग के गांव और घर का ट्रेसिंग करते हुए मामले की सत्यता में पाया गया कि नाबालिग तिरूल्डीह से लापता हुआ था। इसकी रिपोर्ट चाइल्ड केयर इंस्टिट्यूशन नई दिल्ली को भेजी गई। जिसके आधार पर इंस्टिट्यूशन द्वारा पुलिस संरक्षण के बीच नाबालिग को जिला लाया गया।

जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी द्वारा इंस्टिट्यूशन की टीम और स्थानीय जनप्रतिनिधि जिला परिषद उपाध्यक्ष अशोक कुमार साव की उपस्थिति में नाबालिग को सकुशल उसके परिवार को सौंप दिया गया। इस अवसर पर नाबालिग सहित उसके परिवार के लोगों ने भी जिला प्रशासन एवं बाल संरक्षण विभाग का आभार जताया।

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