रेलवे पुल के नीचे जलजमाव से परेशान ग्रामीणों ने गोलबंद होकर सड़क मरम्मति के लिए सौंपा ज्ञापन…
सरायकेला SANJAY । रेंगोगोड़ा गांव के सीमा में स्थित रेलवे पुल के नीचे बड़े-बड़े गड्ढे हो जाने के कारण उसमें हमेशा नाले का पानी भरा रह रहा है। जिससे गांव से जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली सड़क का हाल दयनीय हो गया है। चिल्कू, बड़गांव और बुरुडीह पंचायत के लगभग 20 गांव के ग्रामीणोँ को खरसावां या सीनी मोड़ होते हुए तकरीबन 10 से 15 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय कर जिला मुख्यालय सरायकेला जाना पड़ता है। उक्त पंचायतों के एक मात्र सरकारी उच्च विद्यालय बुरुडीह में छात्र छात्राओं को उसी पुल के नीचे से पार होकर विद्यालय आना-जाना करना पड़ता है। प्रभावित ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2015-16 में श्री सीमेंट कंपनी प्रबंधन ने अपने कंपनी के अंदर रेल मार्ग स्थापित किया। इस दौरान सड़कों एवं नाला को काटकर विकृत कर दिया गया। और लापरवाहीवश अभी तक उक्त सड़क और नाले का जीर्णोद्धार नहीं किया गया है। जिसके कारण रेलवे पुल के नीचे सालों भर गड्ढों में पानी भरा रहता है। श्री सीमेंट कंपनी के कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए प्रभावित गांवों के ग्रामीण एकजुट होकर जिला परिषद सदस्य कालीचरण बानरा, बुरुडीह ग्राम पंचायत मुखिया रयबारी माझी, झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष अरुण कुमार जामुदा, चिल्कू पंचायत के मुखिया सविता मुंडारी के नेतृत्व में कंपनी प्रबंधन को सामाजिक दायित्वों को याद दिलाते हुए शीघ्र मरम्मति करवाने के लिए ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों का हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा गया। कंपनी के सिर्फ प्रबंधन से मौजूद जनप्रतिनिधियों का वार्ता हुआ। जिसमें कंपनी प्रबंधन ने तत्परता दिखाते हुए आगामी 31 जनवरी को स्थल विजिट कर शीघ्र मरम्मति करवाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर स्थानीय चिकित्सक सह समाजसेवी डॉ जगदीश प्रसाद महतो, घनपत महतो, जगबंधु प्रधान, दिनेश प्रधान, गोपीनाथ, शशांक शेखर प्रधान, जवाहरलाल प्रधान और अश्वनी प्रधान मुख्य रूप से उपस्थित रहे।