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गदगद हुआ सरायकेला…

पीएम मोदी ने मन की बात में अंगदान करने वाली स्वर्गीय स्नेहलता चौधरी और उनके पति रमन चौधरी को किया नमन; बेटे से बात करते हुए कहा…..

साथियों, ऑर्गन डोनेशन के लिए सबसे बड़ा जज्बा यही होता है कि जाते-जाते भी किसी का भला हो जाए, किसी का जीवन बचा जाए…

सरायकेला Sanjay । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को किए “मन की बात” कार्यक्रम में सरायकेला के अंगदान करने वाली स्वर्गीय स्नेहलता चौधरी और उनके पति रमन चौधरी को नमन किया। इसके साथ ही समूचा सरायकेला रविवार को गदगद नजर आया। सरायकेला के लिए रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मन की बात कार्यक्रम विशेष रहा। और लोग मन की बात कार्यक्रम के दौरान टेलीविजन के साथ जुड़े रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वर्गीय स्नेहलता चौधरी और रमन चौधरी के गुड़गांव में रह रहे बेटे अभिजीत चौधरी से टेलीफोनिक बात की। जिसमें प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके पिताजी और स्वर्गीय माता जी दोनों नमन के अधिकारी हैं। मैं उनको प्रणाम करता हूं। और आपके पिताजी ने इतने बड़े निर्णय में आप परिवार जनों का नेतृत्व किया यह वाकई बहुत ही प्रेरक है। और मैं मानता हूं कि मां तो मां ही होती है। मां एक अपने आप में प्रेरणा भी होती हैं।

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लेकिन मां जो परंपराएं छोड़ करके जाती है, वो पीढ़ी दर पीढ़ी एक बड़ी ताकत बन जाती है। अंगदान के लिए आपके माता जी की प्रेरणा आज पूरे देश तक पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने ऑर्गन डोनेशन के लिए 65 वर्ष से कम आयु की आयु सीमा को भी खत्म करने का फैसला लिया है। इन प्रयासों के बीच मेरा देशवासियों से आग्रह है कि ऑर्गन डोनर ज्यादा से ज्यादा संख्या में आगे आए। आपका एक फैसला कई लोगों की जिंदगी बचा सकता है, जिंदगी बना सकता है। 39 दिन की अबाबत कौर हो या 63 वर्ष की स्नेहलता चौधरी, इनके जैसे दानवीर हमें जीवन का महत्व समझा कर जाते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे संतोष है कि अंगदान को आसान बनाने और प्रोत्साहित करने के लिए पूरे देश में एक ऐसी पॉलिसी पर भी काम हो रहा है। इस दिशा में राज्यों के डोमिसाइल की शर्त को हटाने का निर्णय भी लिया गया है। साथियों, ऑर्गन डोनेशन के लिए सबसे बड़ा जज्बा यही होता है कि जाते-जाते भी किसी का भला हो जाए, किसी का जीवन बचा जाए।

एक अक्टूबर को हुआ था अंगदान:-

सरायकेला की रहने वाली स्वर्गीय स्नेहलता चौधरी के पति रमन चौधरी सरायकेला के एक कपड़ा व्यवसायी हैं। दिनांक 17 सितंबर 2022 को मॉर्निंग वॉक के दौरान सरायकेला-चाईबासा मुख्य मार्ग पर हंसाहुड़ी के समीप स्वर्गीय स्नेहलता चौधरी सड़क दुर्घटना की शिकार हुई थी। जिसके बाद उन्हें सदर अस्पताल सरायकेला से जमशेदपुर के टीएमएच में भर्ती कराया गया था। जहां ऑपरेशन के बाद 48 घंटे तक ऑब्जरवेशन में रखने के पश्चात दिल्ली के एम्स के लिए एअरलिफ्ट किया गया। जहां 1 अक्टूबर 2022 को चिकित्सकों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया। जिसके बाद उनके पति रमन चौधरी द्वारा पूरे परिवार की सहमति से उनका हार्ट, दोनों किडनी और दोनों आंखें दान की गई। सर यह स्नेहलता चौधरी ने अपने जीते जी 8 वर्ष पूर्व भी नेत्रदान के लिए रजिस्टर्ड कर दिया था।

बताते चलें कि मारवाड़ी महिला समिति की अध्यक्ष रह चुकी स्वर्गीय स्नेहलता चौधरी पूर्व उपायुक्त रविंद्र कुमार अग्रवाल की बड़ी बहन थी। जो वर्तमान में एम्स दिल्ली के एडिशनल डिप्टी डायरेक्टर हैं। कुशल गृहिणी रहने के साथ-साथ अपने जीवन काल में स्वर्गीय स्नेहलता चौधरी ने सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर सहभागिता निभाई थी। लोकप्रिय टीवी सीरियल कौन बनेगा करोड़पति के लिए भी उनका चयन हुआ था। स्वर्गीय स्नेहलता चौधरी और रमन चौधरी के एक पुत्र अभिजीत चौधरी गुड़गांव में कार्यरत हैं। और एक पुत्री आकांक्षा चौधरी विवाह के पश्चात पुणे में रहती हैं। सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इसके लिए आभार जताया है।

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