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आदिवासी सेंगेल अभियान ने झारखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर बिरसा मुंडा की प्रतिमा के समक्ष दिया धरना . . .

सरायकेला : SANJAY 

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आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से सरायकेला के बिरसा चौक स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा के समक्ष झारखंड पोनोत सेंगेल परगना सुगनाथ हेंम्ब्रोम के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। दो सूत्री मांगों के तहत सरना धर्म कोड देने की मांग करते हुए बताया गया कि भारत के लगभग 15 करोड़ आदिवासी प्राकृतिक पूजक है, को अब तक अनुच्छेद 25 के तहत धार्मिक आजादी नहीं दिया गया है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान बिरसा मुंडा की धरती में पधार रहे हैं, आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से हम आदिवासी स्वागत करते हैं, साथ में उम्मीद करेंगे कि आज भगवान बिरसा की धरती से आदिवासियों का सरना धर्म कोड की घोषणा करें।

इसके साथ अन्य मांग करते हुए उन्होंने बताया कि 15 नवंबर 2000 भगवान बिरसा के जन्मदिन पर बने झारखंड राज्य जो झारखंड के वीर शहीदों की बलिदान का प्रतिफल है। भगवान बिरसा मुंडा ने नारा दिया था “आबोवग् दिशोम रे आबोवग् राज”। जिसके लिए झारखंड में आदिवासियों की (हासा, भाषा, सरना धर्म कोड) अस्तित्व पहचान और हिस्सेदारी बचाया जाए। धरना कार्यक्रम में मुख्य रूप से राजनगर ब्लॉक सेंगेल परगना फागू मुर्मू, सरायकेला जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती हेंम्ब्रोम, राजनगर ब्लॉक सेंगेल बीडीओ शंखों टुडू, पोदम टुडू, हड़िया टुडू, बागुन टुडू, दुर्गा मुर्मू, सुनील टुडू, कर्मी हेंम्ब्रोम, गौरा हेंम्ब्रोम, बुलाय हेंम्ब्रोम, ठाकुरा हेंम्ब्रोम, लालसिंह मुर्मू आदि लोग उपस्थित रहे।

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