एआईडीवाईओ ने श्रद्धा पूर्वक मनाया वीर शहीद बिरसा मुंडा का
122वां शहादत दिवस।
सरायकेला। ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गेनाइजेशन युवा संगठन के तत्वाधान उलगुलान के महानायक वीर शहीद बिरसा मुंडा का 122वां शहादत दिवस श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। जिसके तहत प्रातः 7:00 बजे सरायकेला के बिरसा चौक स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सभा का आयोजन किया गया। इसके पश्चात मुकुंदपुर फुटबॉल मैदान में प्रातः 8:00 बजे से बिरसा मुंडा के तस्वीर पर पुष्प अर्पण कर परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसकी शुरुआत इंकलाब जिंदाबाद, बिरसा मुंडा अमर रहे और बिरसा मुंडा के विचारों को स्कूल कॉलेज गांव शहर में फैला दो जैसे गगनभेदी नारों के साथ किया गया। संगठन के झारखंड प्रांत सचिव हराधन महतो ने बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कहा कि आज के समय की जरूरत है कि इन सभी क्रांतिकारियों के विचार और आदर्शों को अपनाकर देश में हो रहे अन्याय एवं अत्याचार के खिलाफ उठ खड़ा हुआ जाए। बिरसा मुंडा के नेतृत्व में शुरु हुआ उलगुलान अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया था। लेकिन फिर भी बिरसा मुंडा ने अपने हक की लड़ाई के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी। मात्र 25 वर्ष की उम्र में अंग्रेजो के खिलाफ ब्रिटिश हुकूमत की नींव हिलाकर रख दिया था। उन्होंने कहा कि आज भी एक उलगुलान की जरूरत है। जो सिर्फ जल जंगल जमीन पर अपना अधिकार ही नहीं बल्कि हर तरह के शोषण से मुक्ति के लिए और बिरसा मुंडा के अधूरे सपने साकार करने के लिए हो। इसके लिए सभी युवाओं को एकजुट होने की अपील की गई। कहा गया कि बिरसा मुंडा ने हमेशा से ही एक शोषण मुक्त समाज की कल्पना की थी। परंतु आज के समय में महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, अशिक्षा, भुखमरी जैसी समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही है। जिसके खिलाफ उठ खड़ा होना होगा। कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित हुए शिक्षक वाकेश्वर महतो ने भी बिरसा मुंडा की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। मौके पर संगठन के प्रकाश महतो, शंभू महतो, एमपी सिंह सरदार, अमित पूर्ति, रोशन पूर्ति, दिनेश हेंब्रम, रविंद्र महतो सहित अन्य युवा उपस्थित रहे।