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सदर अस्पताल में इलाजरत केजीबीभी की 8 छात्राओं में से 7 को मिली अस्पताल से छुट्टी; फूड सेफ्टी ऑफिसर ने विद्यालय का किया निरीक्षण…

सरायकेला: संजय मिश्रा

सरायकेला। सदर अस्पताल सरायकेला में भर्ती कस्तूरबा गांधी बालिका उच्च विद्यालय की आठ छात्राओं में से सात छात्राओं की अस्पताल से छुट्टी हो गई है। जबकि एक छात्रा की पूरी रिपोर्ट नहीं आने के कारण उसे अस्पताल से छुट्टी नहीं दी गई है। उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। आठों छात्राओं के अभिभावक गुरुवार से ही सदर अस्पताल में अपने बच्चों के साथ मौजूद रहे। शुक्रवार को जैसे ही छात्राओं की छुट्टी हुई।

अभिभावक अपने अपने बच्चों को लेकर घर चले गए हैं। पूरी तरह से स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद ही वे लोग वापस विद्यालय लौटेंगे। वार्डन ने भी उन बच्चों को अपने घर जाने की अनुमति दे दी है। गुरुवार को विद्यालय की आठ छात्राओं के नाश्ता व भोजन करने के बाद पेट व सीने में दर्द होने की शिकायत के बाद वे बेहोश हो गए थे। जिसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने लिए खाद्य पदार्थ के नमूने:-
सरायकेला स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका उच्च विद्यालय में गुरुवार को अचानक आठ छात्राओं के सीने व पेट में दर्द की शिकायत के बाद बेहोेश होने के मामले में खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अदिती सिंह के नेतृत्व में शुक्रवार को टीम कस्तूरबा गांधी बालिका उच्च विद्यालय पहुंची। टीम को देखते ही विद्यालय में हड़ंकप मच गया। टीम ने विद्यालय के रसोई घर का निरीक्षण किया और भोजन तैयार करने वाले रसोइया से पूछताछ की।

इसके बाद स्कूल के छात्राओं, वार्डन व शिक्षकों से भी अदिति सिंह ने पूछताछ की। पूछताछ पूरी होने के बाद कच्चे चावल, दाल, सूजी, छोले का नमूना जांच के लिए जब्त किया गया। इसके साथ ही पानी का नमूना भी जांच के लिए जब्त किया गया। बताया गया कि सभी सैंपल को नामकुम जांच के लिए भेजा जाएगा। एक सप्ताह के बाद रिपोर्ट आएगी।

गंदगी से भरा हुआ था विद्यालय:-
खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी जब विद्यालय पहुंची तो विद्यालय में गंदगी का अंबार लगा हुआ था। रसोई में भी गंदगी भरी हुई थी। जिसे देखकर अदिति सिंह भड़क गई और गंदगी की साफ सफाई करने का निर्देश दिया।

गंदगी के कारण छिपकली सहित अन्य कीड़े मकोड़े रसोई में प्रवेश करते हैं जिसके कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। विद्यालय में 383 छात्राएं रहती है। इनमें से सिर्फ आठ छात्राओं की ही तबीयत बिगड़ी थी। अगर गंदगी का हाल यही रहा तो कभी भोजन में कीड़े मकोड़े गिर सकते हैं और छात्राओं को परेशानी में डाल सकते हैं।

क्षेत्र में पानी की कमी:-
कस्तूरबा विद्यालय व आस पास पानी की काफी कमी है। ड्राई जोन होने के कारण पानी की किल्लत हमेशा विद्यालय में रहती है। विद्यालय की वार्डन अंजु अल्डा ने बताया कि गुरुवार को छात्राओं ने पानी कम पिया था जिसके कारण उनके पेट में गैस जैसी समस्या हो गई थी और एक एक कर आठ छात्राएं बीमार हो गई। उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र में पानी की समस्या है।

कोट:-

विद्यालय के रसोई से जांच के लिए खाद्य पदार्थों के सैंपल किया गया है। विद्यालय से पानी का भी नमूना लिया गया है। जांच के बाद ही खाद्य पदार्थों में कोई मिलावट या खराबी है कि नहीं इसका पता लग पायेगा।
अदिति सिंह खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी।

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