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हो’ भाषा को 8 वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर आदिवासी हो समाज महासभा ने केंद्रीय मंत्री के नाम डीसी को सौंपा ज्ञापन…

सरायकेला:संजय मिश्रा

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सरायकेला। हो समाज महासभा के जिला समिति का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को जिला के उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला से मिला तथा जनजाति मामलों के केंद्रीय मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। सौंपे गये ज्ञापन में मुख्य रुप से ‘हो’ भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि आदिवासी हो समाज महासभा विगत कई वर्षों से वारंड़ क्षिति (हो भाषा की लिपि) के संरक्षण व संवर्धन का कार्य कर रही है।

हो भाषा वारंड़ क्षिति में भारत के अतीत की गरिमा को प्रतिध्वनित करने के साथ ही मानव सभ्यता के भविष्य की इमारत को साहित्य की कसौटी में कसने की क्षमता है। किंवदंती है कि 600 ईशा पूर्व प्राग्वैदिक काल में धन्वतरी (देवा तुरी) पुस्तक की रचना इसी लिपि में लिखी गयी थी। इस काल का अनुमान मोहेंजोदड़ो की सभ्यता से पूर्व प्राग्वैदिक काल लगता है।

पृथ्वी के विभिन्न भू-भागों की खुदाई से प्राप्त लिपि को पढ़ने एवं प्राग्वैदिक काल की सभ्यता को आसानी से समझ सकेंगे, जिसका श्रेय भारत को मिलेगा. आदिवासी हो समाज महासभा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्र हित में हो भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल कराने की मांग की है।

ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रुप से जिला अध्यक्ष सावित्री कुदादा, उपाध्यक्ष मनोज कुमार सोय, कृष्णा सोय, नागेन सोय, सोनू पूर्ति, हो शिक्षक वीर सिंह टोप्पो, अनमोल पीगुवा, सीधेश्वर कुदादा, रामलाल हेंब्रम आदि शामिल रहे।

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