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कोयला यार्ड में लगी आग, तीन दमकल के प्रयास से आग पर पाया गया काबू…

 सरायकेला: संजय मिश्रा  : सरायकेला अंचल के गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत मुड़िया पंचायत के मसलेवा में स्थित डीडी स्टील पावर लिमिटेड कंपनी के कोयला यार्ड में शुक्रवार को हजारों टन रखें कोयले की ढेर में अचानक से आग लग गई। इसकी सूचना तत्काल स्थानीय थाना एवं दमकल को दी गई। सूचना पाते ही तीन दमकल घटनास्थल पर पहुंचे और आग बुझाने में लग गए। जानकारी हो कि सरायकेला-कांड्रा मुख्य मार्ग पर मुड़िया बस स्टैंड से उत्तर दिशा में जाने वाले रास्ते पर करीब एक किलोमीटर के अंदर मसलेवा मौजा में डीडी स्टील एंड पावर लिमिटेड कंपनी अवस्थित है।

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शुक्रवार को सुबह दस बजे के लगभग अचानक कंपनी के कोयला यार्ड में रखे कोयले के ढेर से आग की लपटे निकलने लगी। यार्ड के आसपास काम कर रहे कामगारों ने तुरंत इसकी सूचना कंपनी के जीएम ओमप्रकाश जांगिर को दी। जीएम तुरंत घटनास्थल पहुंचे और आग की लपटे को देखते हुए स्थानीय थाना एवं दमकल को सूचना दी। जीएम ओमप्रकाश जांगिर ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह दस बजे के लगभग डीडी स्टील पावर प्लांट का कोयला यार्ड में रखे हुए हजारों टन कोयले की ढेर में आग लग गई।

कंपनी के लोग तत्काल आग पर नियंत्रण पाने के लिए कंपनी के पास मौजूद पानी टैंकर, पोकलेन, हाईवा, लोडर, डंपर आदि सभी साधनों का इस्तेमाल करना प्रारंभ कर दिया। सुरक्षित कोयला को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने के लिए बाहर से डंपर और जेसीबी आदि मंगाया गया है। आग लगे कोयले का ढेर के बाकी हिस्से को अलग करने का यथा संभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अधिकारी आग को बुझाने के लिए सरायकेला एवं आदित्यपुर दोनों जगह के फायर ब्रिगेड कार्यालय में फोन करके दमकल गाड़ियों को बुलाया है। जिसके तहत सरायकेला फायर ब्रिगेड से दो एवं आदित्यपुर फायर ब्रिगेड से एक दमकल गाड़ी घटना स्थल पर पहुंच कर आग बुझाने का मशक्कत कर रही है। ओमप्रकाश जांगिर ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से घटनास्थल के आसपास फायर फाइटर टीम द्वारा साधारण लोगों को जाने पर रोक लगा दिया गया है।

साथ ही साथ घटनास्थल के नजदीकी क्षेत्र में वाहन का परिचालन पर भी रोक लगा दिया गया है। कंपनी के द्वारा इस आगजनी संबंधित घटना की सूचना सरायकेला थाना को भी दी गई है। अभी दमकल वाहन के साथ फायर फाइटर टीम के लोग आग पर काबू पाने के लिए मस्कत कर रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक फिलहाल अग्निकांड से हुई छति का आकलन करना संभव नहीं हो पाया है। बताया जाता है अधिक गर्मी के दौरान अगर अचानक बारिश होती है तो कोयले की ढेर में आग लगने की संभावना रहती है।

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