संतान की लंबी उम्र के लिए निर्जला उपवास व्रत रखकर माताओ ने की जिउतिया पूजा।
सरायकेला: संजय मिश्रा : सरायकेला जिला मुख्यालय सहित महालिमोरूप, सीनी, राजनगर व आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार शाम को जिउतिया पूजा अर्चना किया गया। इस दौरान लोगों ने जिउतिया व्रत रखा। महिलाओं ने व्रत रख पूजा अर्चना कर संतान के लंबी उम्र की प्रार्थना की। जानकारी हो जिउतिया व्रत संतान की लम्बी आयु व उनकी सुख-समृद्धि के लिए रखा जाने वाला व्रत है। यह व्रत कठिन व्रतों में एक है
जिसमे व्रती महिलाएं 24 घन्टे निर्जला व्रत रख पूजा करती है। इस व्रत में पूरे दिन बिना जल ग्रहण किए व्रत रखा जाता है। यह व्रत आश्विन माह में कृष्ण-पक्ष के सातवें से नौवें चंद्र दिवस तक तक मनाया जाता है है। स्नान आदि करने के बाद सूर्य नारायण की प्रतिमा को स्नान कराकर उनकी पूजा अर्चना कर उन्हें भोग लगाया जाता है।
इस व्रत में माताएं सप्तमी को खाना और जल ग्रहण कर व्रत की शुरुआत करती हैं। अष्टमी तिथि को पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं। नवमी तिथि को व्रत का समापन किया जाता है। बताया कि जितिया व्रत संतान की लंबी उम्र और उसकी मंगल कामना के लिए किया जाता है। मान्यता है कि कि जो मां ये व्रत रखती है उसकी संतान को जीवन में किसी तरह का दुख नहीं उठाना पड़ता है और उसके घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है।