कुरमी जनजाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल
करें नहीं तो पूरे राज्य में रेल चक्का जाम करेंगे :
सुमित महतो….
सरायकेला ( सुदेश कुमार ) : टोटेमिक कुरमी/कुडमी समाज के सुमित महतो के नेतृत्व में प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर टोटेमिक कुरमी/कुड़मी (महतो) जनजाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में शमिल करने कि मांग की।
इस अवसर पर सुमित महतो ने बताया की टोटेमिक कुरमी जनजाति देश की आजादी से पहले प्रीमिटिव ट्राइब (आदिम जनजाति) में सूचीबद्ध था किन्तु 1950 ई० में जब देश गणतंत्र हुआ तब कुरमी/कुड़मी महतो जनजाति को छोड़कर सभी आदिम जनजाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध किया गया।
इसे तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने संसद में सरकारी भूल एवं भूल सुधारने की बात कबूल की थी, तब से अबतक 72 वर्षों से लगातार यह जनजाति अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध हेतु संघर्षरत है।
यदि राज्य सरकार के माध्यम से केन्द्र सरकार यथाशीघ्र कुड़मी/कुरमी महतो जनजाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध करने की पहल नहीं करती है तो आगामी 20 सितंबर 2022 से पूरे झारखण्ड में अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम किया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में टोटेमिक कुरमी/कुडमी समाज के सुमित महतो, राम महतो, अंकित महतो, गणेश महतो, बिष्णु महतो सहित अन्य लोग मौजुद थे।