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झारखंड से एकमात्र छऊ कलाकार युधिष्ठिर महतो को मिला जूनियर फेलोशिप अवार्ड…

सरायकेला (संजय मिश्रा) ।

मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर भारत सरकार के सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज इन ट्रेनिंग द्वारा वर्ष 2021-22 के लिए डांस एंड डांस म्यूजिक के क्षेत्र में छऊ डांस में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए झारखंड से एकमात्र कलाकार सरायकेला के टेंटोपोसी गांव निवासी युधिष्ठिर महतो को जूनियर फेलोशिप अवार्ड से नवाजा गया है। इस संबंध में भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर के सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र द्वारा घोषणा की गई है।

इससे सरायकेला छऊ जगत में खुशी की लहर है। वही जूनियर फेलोशिप अवार्ड पाकर उत्साहित छऊ कलाकार युधिष्ठिर महतो ने समर्पित भाव से सरायकेला छऊ नृत्य कला के उत्थान के लिए कार्य करते रहने की अपनी इच्छा जताई है। उन्होंने कहा है कि वैश्विक स्तर पर पहचान स्थापित कर चुकी छऊ नृत्य कला के विकास के लिए उनकी इच्छा रही है कि जमीनी स्तर पर इसके उत्थान के लिए कार्य करते हुए शहर और विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के हर घर में छऊ कलाकार और छऊ कलाप्रेमी तैयार हों।

जाने युवा छऊ नृत्य कलाकार युधिष्ठिर महतो को  :-

सरायकेला थाना क्षेत्र के टेंटोपोसी गांव के रहने वाले युधिष्ठिर महतो का जन्म 13 अक्टूबर 1995 में हुआ। सरायकेला छाऊ डांस ट्रेडीशनल फैमिली से आने वाले युधिष्ठिर महतो ने कोल्हान यूनिवर्सिटी से बीएससी की डिग्री हासिल की है। बचपन से ही छऊ नृत्य सीखने के लालायित युधिष्ठिर ने सरायकेला छऊ नृत्य की प्रारंभिक शिक्षा टेंटोपोसी गांव में ही गुरु लखन महतो से हासिल की। जिसके बाद श्री केदार आर्ट सेंटर सरायकेला में प्रतिष्ठित छऊ गुरु मलय कुमार साहू से सरायकेला छऊ नृत्य शिक्षा हासिल की।

प्रारंभ में स्थानीय मंच से ही प्रदर्शन कर प्रोत्साहन पाते हुए जिला स्तर, राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा स्थापित की। जिला स्तर पर युधिष्ठिर ने 2010 से चैत्र पर्व पर प्रदर्शन करते आ रहे हैं। वर्ष 2005 में संगीत नाटक अकैडमी द्वारा प्रायोजित कल्चरल प्रोग्राम में भुवनेश्वर में और 2013 में रायरंगपुर में अपना प्रदर्शन किया।

कोल्हान यूनिवर्सिटी में वर्ष 2018 में आयोजित पांचवे यूथ फेस्टिवल में प्रदर्शन करने के साथ-साथ वर्ष 2023 में रांची, जमशेदपुर और चाईबासा में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय स्तर पर एनएसडी प्रोग्राम में वर्ष 2017 एवं वर्ष 2018 में युधिष्ठिर महत्व पार्टिसिपेट कर चुके हैं।

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