नेत्र दोष वाले स्कूली बच्चों को चिन्हित करने को लेकर प्रत्येक विद्यालय के
नोडल शिक्षकों को दिया गया प्रशिक्षण
सरायकेला। जिला अंधापन नियंत्रण समिति के तत्वाधान प्रखंड संसाधन केंद्र सरायकेला में नोडल शिक्षकों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम किया गया। जिसका शुभारंभ अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार पति ने किया। मौके पर उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य दृष्टि दोष वाले बच्चों को चिन्हित कर नि:शुल्क चश्मा उपलब्ध कराया जाना है। ताकि बच्चों को पठन-पाठन में मुश्किल ना हो। इस अवसर पर कक्षा छठवीं से आठवीं तक वाले 50 स्कूल के 1-1 नोडल शिक्षक को नेत्र सहायक अशोक कुमार महतो द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें उन्होंने बताया कि विद्यालय में आवश्यक जांच के साथ नेत्र दोष वाले बच्चों को नोडल शिक्षकों द्वारा चिन्हित किया जाना है। जिसके बाद चिन्हित किए गए बच्चों को आगामी 17 दिसंबर को पूर्वाहन 10:00 बजे सरायकेला प्रखंड संसाधन केंद्र लाया जाएगा। जहां नेत्र चिकित्सकों द्वारा बच्चों के आंखों की चिकित्सीय जांच की जाएगी। इसके बाद आवश्यकतानुसार उन्हें नि:शुल्क चश्मा भी उपलब्ध कराया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में इससे संबंधित फॉर्मेट का वितरण नोडल शिक्षकों के बीच किया गया। जिसके माध्यम से चिन्हित किए गए बच्चों की जानकारी निर्धारित तिथि को जांच कैंप में उपलब्ध कराई जाएगी। इस अवसर पर प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी रविकांत भकत, रिसोर्स टीचर नरेंद्र प्रसाद सिंह, फिजियोथैरेपिस्ट पिंकी चाकी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।