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सरायकेला के युवा छऊ कलाकार रजतेन्दु रथ को मिला वर्ष 2019-20 के लिए

सीनियर फैलोशिप अवार्ड……

सरायकेला। भारत सरकार के मिनिस्ट्री आफ कल्चर के सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज एंड ट्रेनिंग द्वारा छऊ डांस के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 4 कलाकारों और कला विशेषज्ञों को वर्ष 2019-20 के सीनियर फेलोशिप अवार्ड से नवाजा गया है। जिन्हें अगले 2 वर्षों के लिए छऊ डांस की विशिष्ट क्षेत्र को लेकर प्रोजेक्ट वर्क करते हुए केंद्र को समर्पित करना है। इसी के तहत सरायकेला के युवा छऊ कलाकार एवं जानकार रजतेन्दु रथ को डांस एंड डांस म्यूजिक के क्षेत्र में सीनियर फेलोशिप अवार्ड से नवाजा गया है। जिसे लेकर सरायकेला छऊ कला जगत में खुशी का माहौल देखा जा रहा है। इस पर खुशी जाहिर करते हुए सीनियर फेलोशिप अवार्ड विजेता रजतेंदू रथ ने कहा है कि सरायकेला छऊ नृत्य कला अपने आप में श्रेष्ठ एवं विशाल सागर हैं। और सीनियर फेलोशिप अवार्ड के माध्यम से उनके ऊपर इसके उत्थान को लेकर बड़ी जिम्मेदारी मिली है। जिसे वे समर्पित भाव से सरायकेला छऊ नृत्य कला के समुल उत्थान के लिए कार्य करेंगे।

        इन्हें मिला वर्ष 2019-20 के लिए सीनियर फेलोशिप अवार्ड  :-

        1. रजतेन्दु रथ- सरायकेला।                            3. तारिणी सेन महतो- रंगपुर।

        2. मनोरंजन साहू- सरायकेला।                       4. दसरा महतो- बागानसाई।

 

       जाने युवा छऊ कलाकार रजतेन्दु रथ को  :-

सरायकेला के ट्रेडिशनल छऊ घराने में 13 जनवरी 1976 को जन्मे रजतेन्दु रथ को बचपन से ही छऊ नृत्य से जुड़ाव रहा। इन्होंने छऊ नृत्य कला की अपनी प्रारंभिक शिक्षा राजकीय छऊ नृत्य कला केंद्र के निदेशक तपन कुमार पटनायक, एक्स्पोनेंट ऑफ मार्शल आर्ट गुरु बिसो खंडुवाल एवं गुरु कृष्णा नायक, पद्मश्री स्वर्गीय मकरध्वज दारोघा, विजयलक्ष्मी कला भवन के प्रथम डायरेक्टर अपने पिता स्वर्गीय मोतीलाल रथ, गुरु जयनारायण सामल एवं ग्रेट गुरु पद्मश्री स्वर्गीय सुधेंद्र नारायण सिंहदेव से हासिल की। देश भर में विभिन्न मंचों से छऊ नृत्य कला का प्रदर्शन कर इन्होंने भारी सराहना एवं पुरस्कार भी हासिल किए। ग्रामीण क्षेत्रों में छऊ नृत्य कला के विकास के लिए गांव गांव जाकर इन्होंने विभिन्न गांव में शिविर लगाकर बच्चों एवं युवाओं को छऊ नृत्य कला, योगा तथा मेडिटेशन के प्रशिक्षण दिए। इन्होंने वंदे मातरम, अकृतज्ञान गधा एवं एवं आहे नीला शहिला छऊ नृत्य की कोरियोग्राफी भी की। वर्ष 2014 में 2012-13 के लिए मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर भारत सरकार की ओर से इन्हें जूनियर फैलोशिप के राष्ट्रीय अवार्ड से नवाजा गया। महात्मा गांधी के 105वीं जयंती के अवसर पर वर्ष 2019 में नई दिल्ली स्थित राज घाट पर इन्होंने मयूर छऊ नृत्य की प्रस्तुति कर लोगों का मन मोहा था।
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