राष्ट्रीय लोक अदालत में समझौते से निष्पादित किए गए 350 मामले
प्री लिटिगेशन के 500 मामले भी
सरायकेला। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार शनिवार को व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान जिला व्यवहार न्यायालय परिसर में आयोजित उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने सभी विभागों का आभार व्यक्त करते हुए बड़ी संख्या में लोगों से सम्मिलित होने की अपील की। तथा लोक अदालत का लाभ उठाने की बात कही। मौके पर जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिवक्ता सहित व्यवहार न्यायालय के न्यायिक अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर लाए गए मामलों की सुनवाई एवं निष्पादन के लिए कुल चार पीठ का गठन किया गया था। इसमें विभिन्न न्यायालयों में लंबित तकरीबन 350 मामलों का निष्पादन दोनों पक्षों के बीच परस्पर समझौते के आधार पर ऑन द स्पॉट किया गया। साथ ही प्री लिटिगेशन के तकरीबन 500 मामले भी ऑन द स्पॉट राष्ट्रीय लोक अदालत में निष्पादित किए गए। डीएलएसए सचिव कुमार क्रांति प्रसाद ने उक्त जानकारी देते हुए बताया गया कि निष्पादित किए गए मामलों के क्रम में लगभग 78 लाख रुपया सरकारी राजस्व की प्राप्ति भी हुई। निष्पादित किए गए मामलों में बैंक के मामले, एक्साइज एक्ट के मामले, बिजली विभाग के मामले, सुलहनीय अपराधिक मामले एवं अन्य प्रकृति के मामले शामिल रहे।