राजनगर के चंवराडीह में लगभग 15 डायरिया बीमारी से पीड़ित, एक बुजुर्ग की हुई मौत
सरायकेला। राजनगर के धुरिपदा पंचायत अंतर्गत चंवराडीह गांव लगभग एक महीने से डायरिया बिमारी से ग्रसित है। बीते दिनों बीमारी से जूझ रहे चंवराडीह गांव के अखड़ा टोला निवासी 75 वर्षीय बुजुर्ग नाथो मुर्मु की मौत भी हो गई। हालांकि डॉक्टरों की टीम द्वारा दो बार गांव में कैम्प लगाकर डायरिया से पीड़ित मरीजों का ईलाज व दवाईयां भी दी गई है। लेकिन धीरे धीरे बीमारी की रफ्तार इतनी तेज हो गई कि अब गांव के लोगों में इस बीमारी के प्रति भय का माहौल है।
प्रतिदिन इस गांव में कोई ना कोई बीमार पड़ रहा है। चाहे वो बुजुर्ग हो जवान या बच्चा सभी इस बीमारी की चपेट में आ रहे है। और इसका मुख्य कारण गांव में इस्तेमाल हो रहे कुंएं या नलकूप का पानी को बताया जा रहा है। स्वास्थ्य टीम ने गांव के दुषित जल में ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव भी कराया था। इसके बाद भी डायरिया के मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। वहीं इन दिनों राजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगभग 20 मरीज ऐसे हैं जो डायरिया बीमारी से ग्रसित है। इनमें ज्यादातर चंवराडीह गांव से है। उसमे भी महिला, पुरूष, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल है। वहीं एक गोबिंदपुर और एक एदल गांव से महिला डायरिया से पीड़ित है। जिला प्रशासन को इस सम्बंध में कोई ठोस कदम उठाने की आवश्यकता बताई जा रही है। और उचित व्यवस्था कर पूरे गांव को डायरिया से मुक्त कराने की आवश्यकता है।
