Spread the love

 

सरायकेला: झारखंड में भले ही हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बन गए हों, लेकिन शिक्षा विभाग के टैब में अब भी झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ही हैं। शिक्षक आज भी पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का चेहरा देखकर व संदेश सुनकर हाजिरी बना रहे हैं। वैसे तो हेमंत सरकार के सत्तासीन हुए डेढ़ वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है।लेकिन आज भी पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास मुख्यमंत्री के रूप में लोगों को डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया का संदेश देते नजर आते हैं। वह भी तब जब संदेश प्रसारित करने वाला संसाधन सरकारी हो। यह मामला स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से जुड़ा है, जहां विभाग द्वारा सरकारी विद्यालयों में दिए गए टेबलेट में आज भी मुख्यमंत्री के रूप में रघुवर दास संदेश देते हैं I उनके संदेश में डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया की प्रशंसा शामिल है। जानकारों के मुताबिक ऐसा नहीं है कि यह मामला सरकार के संज्ञान में नहीं है, बल्कि सत्तारूढ़ होते ही हेमंत सरकार को विभिन्न माध्यमों से इसकी जानकारी मिली। और इसे बदलने की कवायद शुरू हुई। बताया जाता है कि यह संदेश डिवाइस में इनबिल्ट है। ऐसे में इसे डिलीट करने के लिए सारे टैब को कंपनी के पास वापस जमा करने होंगे। अभी इस मामले पर आगे कार्रवाई बढ़ती, तब तक कोविड-19 वायरस का संक्रमण कॉल आरंभ हो गया और सभी टेबलेट बंद कर दिए गए। एक बार यह मामला फिर से चर्चा में आया जब माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सोमवार से शिक्षकों को बायोमेट्रिक पद्धति से उपस्थिति बनाने का फरमान जारी कर दिया। इसके बाद मंगलवार को बंद टेबलेट पुनः खुले और मुख्यमंत्री के रूप में रघुवर दास का संदेश सुना गया। सत्ताधारी दल के नेताओं ने इसकी शिकायत पार्टी फोरम में भी की है। उनका कहना है कि जब तक इसमें बदलाव नहीं किया जाता तब तक टेबलेट को बंद रखा जाए।

Advertisements

You missed