Spread the love

चाण्डिल – आज बुधवार को शहीद खुदीराम बोस स्मारक समिति चांडिल की ओर से देश के पुष्प शहीद खुदीराम बोस का शहादत दिवस के अवसर पर माल्यार्पण व सभा का आयोजन हुआ।


सबसे पहले शहीद खुदीराम बोस की तस्वीर पर स्मारक समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा के द्वारा माल्यार्पण किया गया।


उसके बाद बारी-बारी से शहीद खुदीराम बोस स्मारक समिति के सदस्य एवं ऑटो चालक के साथीगण बारी बारी से पुष्प अर्पण किया।
शहादत दिवस कार्यक्रम मे सभा को संबोधित करते हुए शहीद खुदीराम बोस स्मारक समिति के संरक्षक ज्योति लाल महाली ने कहा आज खुदीराम बोस के विचारों को गांव शहर में सभी छात्र नौजवानों के बीच पहुंचाना जरूरी है। खुदीराम जैसे महान मनुष्य जो मात्र 17 साल के उम्र में अंग्रेजों ने फांसी दिया।
साथ ही 2 साल पहले खुदीराम बोस के शहादत दिवस 11 अगस्त 2019 को खुदीराम बोस चौक पर स्मारक समिति की ओर से प्रशासन व अनुमंडल पदाधिकारी से अनुमति लेकर मूर्ति स्थापना किया गया था। अनुमति लेने के बावजूद 11 अगस्त 2019 को प्रशासन द्वारा उनके शहादत दिवस के दिन ही मूर्ति को उखड़ा गया, खुदीराम बोस को अपमान किया गया। इस पर खुदीराम बोस स्मारक समिति कड़ी निंदा करती है।


2 वर्ष बीत गए फिर भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।


स्मारक समिति मांग करती है, कि जल्द से जल्द इस पर कार्रवाई किया जाए। तथा सह-सम्मानित रूप से पुन: उसी स्थान पर खुदीराम बोस का मूर्ति स्थापित किया जाए। सरकार इस पर कोई कार्रवाई अगर नहीं करती है तो मजबूरन खुदीराम बोस स्मारक समिति की ओर से जोरदार आंदोलन करने में बाध्य होना पड़ेगा। साथ ही इस कार्यक्रम में उपस्थित बुद्धा एकेडमी स्कूल के संस्थापक कृष्णा बहेरा एवं ललिता प्रधान ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।


गीत मंडली द्वारा क्रांतिकारी गीत प्रस्तुति हुई-
“शहीदों ले लो मेरा सलाम” साथ ही खुदीराम बोस के ऊपर रचित गीत “एक बार विदाई दे मां घूरे असी हंसी हंसी परवो फांसी”

कार्यक्रम में उपस्थित खुदीराम बोस स्मारक समिति के सदस्य गण समिति के अध्यक्ष- मनोज वर्मा, सचिव- आशुदेव महतो, संरक्षक- ज्योति लाल महाली के साथ-साथ समिति के सदस्य सुभाष गोराई, अनंत कुमार महतो,भुजंग मछुआ, नेपाल किस्कु, हाराधन महतो, प्रभात महतो, विजय वर्मा, युधिष्ठिर प्रमाणिक, शिवनाथ महतो के साथ-साथ ऑटो चालक संघ के साथी रामप्रसाद लाहा, विद्याधर लाहा, बसंत महतो, महेंद्र लायक, दिलीप लाहा आदि उपस्थित थे।

Advertisements

You missed