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कोविड-19 गाइडलाइन के तहत यदि हर कोई अपने आदतों में लाए सकारात्मक बदलाव तो नहीं आएगा कोरोना का कोई भी लहर…..

सरायकेला-खरसावां (संजय मिश्रा) कोरोना के संभावित थर्ड वेब के आगमन को लेकर समूचा देश सहित सरायकेला खरसावां जिला भी सशंकित है। और इसके नियंत्रण को लेकर तैयारियां भी युद्ध स्तर पर जारी है। पूर्व से ही जिला प्रशासन की सजगता और उपायुक्त अरवा राजकमल के बेहतर पहल से सदर अस्पताल सरायकेला को कोविड-19 के थर्ड वेब को लेकर बेहतर तरीके से तैयार किया जा रहा है। जो संभवत: राज्य भर के लिए अनुकरणीय पहल माना जा सकता है। इसके तहत सरायकेला स्थित सदर अस्पताल में एक ओर जहां ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना युद्ध स्तर पर जारी है। वहीं दूसरी ओर कोरोना के थर्ड वेब में संक्रमण से इलाज के लिए सदर अस्पताल में बच्चों की 10 बेड वाले आकर्षक सुसज्जित पैड्रियोटिक वार्ड बनाया गया है। जिसमें बच्चों के मनपसंद कार्टून कैरेक्टरों की चित्रकारी से वार्ड के दीवारों को आकर्षक और बच्चों के लिए मनोहारी बनाया गया है। इसके साथ ही स्थापित किए गए ऑक्सीजन प्लांट से सीधे बेडों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने को लेकर ऑक्सीजन युक्त 80 बेड तैयार किए जा रहे हैं।


इन सभी के बीच सदर अस्पताल सरायकेला में नव पदस्थापित सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ नकुल प्रसाद चौधरी ने कोरोना संक्रमण के थर्ड वेब से सुरक्षा को लेकर जन जागरूकता विषय पर अपने विचार साझा किए हैं। उन्होंने कहा है कि यदि हर एक व्यक्ति इसे अपनी जिम्मेवारी और कर्तव्य मानते हुए अपने दैनिक जीवन में कोविड-19 गाइडलाइन के तहत अपनी आदतों में सुरक्षित और सकारात्मक बदलाव लाते हैं तो जिले में कोरोना संक्रमण का थर्ड वेब नहीं आएगा। और यदि कुछ एक मामले सामने आते भी हैं तो उसे इन सकारात्मक आदतों के माध्यम से कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़कर नियंत्रित करना संभव होगा। उन्होंने कहा कि हर कोई कोविड-19 गाइडलाइन के तहत मास्क का उपयोग निश्चित रूप से करें। बेवजह घर से बाहर नहीं निकले। और बिना कारण दूर तक अन्य जिलों या अन्य राज्यों में सफर करने से बचे। किसी भी भीड़ का हिस्सा नहीं बने। और ना ही कहीं भी भीड़ भाड़ होने दें। घर हो या बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर एवं मास्क का उपयोग कर निश्चित रूप से कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ा जा सकता है। इसके साथ ही संपूर्ण स्वच्छता अपनाते हुए अपने हाथों को भी समय-समय पर लगातार साबुन या हैंडवास से धोते रहें। आसपास की साफ-सफाई भी बनाए रखें। स्वास्थ्य के लिए ताजा और इम्यूनिटी बढ़ाने वाले पौष्टिक भोजन का सेवन करें। एवं स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल का उपयोग करें। हैंड सैनिटाइजर का उपयोग भी करें। और इस दौरान कोरोना संक्रमण से संबंधित कोई भी लक्षण प्रतीत होने पर स्वयं को आइसोलेट करते हुए सर्वप्रथम कोरोना की जांच अवश्य कराएं। नतीजा पॉजिटिव आने की स्थिति में संपूर्ण इलाज कराएं। कोरोना संक्रमण से सुरक्षा को लेकर एकमात्र उपाय वैक्सीनेशन के लिए उन्होंने सभी संबंधित आयु वर्ग के लोगों से निश्चित रूप से वैक्सीन लेने की अपील भी की है।

लापरवाह हो चले हैं लोग :- कोरोना संकटकाल में चेहरे पर लगा मास्क अब लोगों की जेब में पहुंच चुका है। जहां देखा जाता है कि किसी भी जांच अभियान के दौरान ऐसे मास्क तुरंत जेब से निकलकर चेहरे पर चढ़ जाते हैं। जबकि अब लोग बिना मास्क के ही घूमते फिरते देखे जा रहे हैं। इसके अलावा बाजार क्षेत्र हो या अन्य संस्थानों ने भी सोशल डिस्टेंसिंग की स्थिति ना के बराबर देखी जा रही है। ऐसे में किसी भी रुप से कोरोना संक्रमण के थर्ड वेब को नियंत्रण को लेकर बेहतर स्थिति जानकारों द्वारा नहीं कही जा रही है।

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