सरायकेला-खरसावां(संजय मिश्रा) सरायकेला खरसावां जिले के आर्चरी अकैडमी दुगनी एवं फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्र खरसावां तथा जिले के विभिन्न खेल संघ के सदस्यों के साथ खेल को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में हुई। बैठक में खेल विकास विषय पर विभिन्न संभावनाओं को लेकर रणनीति बनाई गई है।
अर्चरी अकैडमी :-
अर्चरी एकेडमी दुगनी पर चर्चा करते हुए अकादमी के आवासीय भवन की मरम्मति एवं मैदान के रखरखाव की व्यवस्था सीएसआर फंड से करने का निर्णय लिया गया। पीसीसी रोड बनाने का प्रस्ताव भी रखा गया। प्रशिक्षक द्वारा बताया गया कि सोलर लाइट की आवश्यकता है। और अकैडमी की सुरक्षा एवं रखरखाव के लिए अतिरिक्त गार्ड की व्यवस्था होनी चाहिए। उपायुक्त ने कहा कि रखरखाव में जो भी उपकरण की आवश्यकता है, उसका आकलन कर प्रस्ताव संचालन समिति से पारित कर उपलब्ध कराया जाए।
फुटबॉल आवासीय प्रशिक्षण केंद्र:-
खरसावां में फुटबॉल आवासीय प्रशिक्षण केंद्र में 25 बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं ,हॉस्टल के लिए जमीन की आवश्यकता है। आवासीय फुटबॉल क्रीडा केंद्र खरसावां के लिए थाना संख्या 164 ,खाता संख्या 995 ,प्लॉट संख्या 1469 एवं रकबा 23 डिसमिल जमीन चिन्हित किया गया है। बैठक में अर्जुना स्टेडियम की मरम्मति को लेकर जिला खेल पदाधिकारी संजीत कुमार को प्रस्ताव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
इन्डोर स्टेडियम सरायकेला:-
इन्डोर स्टेडियम सरायकेला का वुडेन फ्लोर का निर्माण एवं स्टेडियम के रंग रोगन के लिए प्राक्कलन तैयार करने का प्रस्ताव दिया गया है। डे बोर्डिंग की स्थापना के संबंध में विभिन्न संघों ने मांग रखी गई।
बॉक्सिंग:-
बॉक्सिंग प्रतिनिधि कार्तिक महतो द्वारा बताया गया कि संचालन समिति के माध्यम से डे बोर्डिंग सेंटर आदित्यपुर के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, कार्तिक महतो के प्रशिक्षक के रूप में चयन होने के पश्चात विभाग द्वारा क्रीडा किसलय केंद्र के संचालन की स्वीकृति मिली। उक्त केंद्र का पुनः डे बोर्डिंग के रूप में संचालित करने का प्रस्ताव पारित करने की मांग रखी गई।
एथलेटिक :-
एथलेटिक बैठक में विष्णु द्वारा बताया गया कि एथलेटिक में लगभग 20-22 बच्चे प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जाते हैं। इन्हें सहयोग का प्रस्ताव दिया गया। बिरसा मुंडा स्टेडियम में चौहद्दी के निर्माण होने से खेल गतिविधि में बाधा आने की बात कही गई। मैदान में अनावश्यक प्रवेश पर भी रोक लगाने के लिए मांग रखी गई।