जमशेदपुर – नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म के मामले में बीते दिनों घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंद हरपाल सिंह थापर की शनिवार की सुबह संदिग्ध मौत हो गई। जिसके बाद जेल प्रशासन द्वारा हरपाल सिंह थापर को जांच के लिए एमजीएम अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने हरपाल को मृत घोषित कर दिया।
घटना को लेकर मृत हरपाल सिंह के वकील सह लीगल पाइपर्स के सदस्य रविशंकर पांडेय ने हरपाल सिंह थापर की संदेहास्पद मौत की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराने की मांग करते हुए कहा है कि स्थानीय पुलिस शुरू से ही हरपाल सिंह थापर मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रेस्ट के मामले में काफी हड़बड़ी में थी। जिसमें लग रहा था कि पुलिसपूरी जांच प्रक्रिया से पहले ही हरपाल और उसके परिवार को जेल भे देना चाहती हो। अनाथ और गरीब बच्चों का पिता बनकर कई वर्षों से लालन पालन करने वाले को उन्हीं के शोषण का आरोपी बन जाना भी जांच का विषय है।
इधर हरपाल के जेल में संदिग्ध मौत को लेकर हरमंदर साहिब पटना के उपाध्यक्ष सरदार इंदरजीत सिंह ने उपायुक्त से मिलकर मामले की कमेटी बनाकर उच्चस्तरीय जांच करने की मांग की है।