बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को राष्ट्रीय जनजाति दिवस घोषित किए जाने पर आदिवासी भूमिज समाज ने हर्ष जताया…..
सरायकेला। केंद्र सरकार द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस 15 नवंबर की तिथि को राष्ट्रीय जनजाति दिवस का दर्जा दिए जाने पर भारतीय आदिवासी भूमिज समाज द्वारा हर्ष व्यक्त किया गया है। समाज के जिला अध्यक्ष सोनू सरदार ने इस संबंध में प्रेस बयान जारी कर जानकारी दी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय जनजातीय कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा के अतुलनीय योगदान के पश्चात इसे लेकर ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है। जिसके लिए समाज सहित समस्त झारखंड वासियों की ओर से उन्होंने उनका धन्यवाद यह है।
उन्होंने बताया है कि राज्य के आदिवासियों ने आजादी की लड़ाई में अतुलनीय भूमिका निभाई है। परंतु संचार के साधनों की कमी के कारण अब भी कई शहादत सरकार की नजरों में गौण है। ऐसे में भगवान बिरसा के जन्मदिवस को जनजातीय दिवस का दर्जा देना मील का पत्थर साबित होगा। यह निर्णय ना केवल यहां के आदिवासियों का, बल्कि राज्य के साथ साथ देशभर के आदिवासियों के लिए ऐतिहासिक निर्णय है। जो सभी आदिवासियों के लिए बेहद अहम है। और समाज की अगुवाई करने की दिशा में प्रेरित करने वाला यह कदम वाकई उत्साहवर्धक है।