
अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच के बैनर तले शुक्रवार से अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू….
शर्म की बात है कि 40 साल बीत जाने के बाद विस्थापित आज भी मुआवजा की मांग कर रहे हैं सुबोधकांत सहाय…
चाण्डिल: कल्याण पात्रा
अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच के बैनर तले शुक्रवार से अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया गया। चांडिल डैम विस्थापितों द्वारा दस सूत्री मांगों को लेकर चांडिल पुनर्वास कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। आज धरना प्रदर्शन का पहला दिन था। वही रांची लोक सभा के पूर्व सासंद सुबोध कांत सहाय ने विस्थापितों को समर्थन देते हुये कहा की सराकर से जल्द वार्ता करेंगें ।
चांडिल डैम के विस्थापन का समस्या कैंसर बन गया है। 40 साल बीत जाने के बाद भी आज विस्थापित अपने जमीन के मुआवजे की मांग कर रहे हैं, यह शर्म की बात है। उक्त बातें पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा। सुबोधकांत सहाय दो दिवसीय दौरे पर ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में है। इस दौरान धरना स्थल पहुंचकर सुबोधकांत सहाय ने विस्थापितों के मांगों को सुना। इस दौरान सुबोधकांत सहाय ने कहा कि जब वे केंद्रीय मंत्री थे तब सुवर्णरेखा परियोजना को दस हजार करोड़ रुपये प्रदान कराया था लेकिन उस राशि को लूट लिया गया है। जितनी भी सरकारें आई, किसी ने विस्थापितों के समस्याओं का समाधान नहीं किया।
