महिला सशक्तिकरण के लिए उषा मार्टिन की पहल
200 से अधिक ग्रामीण महिलाएं बनीं स्वावलंबी
हुनर के साथ मेहनत से ही सफलता संभवः तन्मय सिन्हा
राँची/ नामकुम । महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने से परिवार में आय वृद्धि और खुशहाली आती है। इसके साथ ही गांव भी स्वावलंबी बनता है। स्वावलंबी गांव के लिए हुनर का ज्ञान और उसका विकास जरूरी है। इसके लिए हुनर के साथ मेहनत जरूरी होती है, ताकि सफलता आए। उक्त बातें उषा मार्टिन के पावर प्लांट हेड तन्मय सिन्हा ने कहा । वह शुक्रवार को उषा मार्टिन सभागार में विश्व महिला दिवस के पूर्वंसंध्या पर आयोजित कार्यक्रम में कही। यह प्रशिक्षण उषा मार्टिन फाॅउंडेशन और मिनी टूल रूम के सौजन्य से महिलाओं को टेलरिंग और फैशन डिजाइनिंग सोहराई पेंटिंग, फूड एंड विभरेज आदि के माध्यम से 210 से अधिक महिालाओं को प्रशिक्षित किया गया जिनमें से 46 महिलाएं विभिन्न प्रतिष्ठानों में कार्य कर रही है। इस अवसर पर एचआर हेड एन0एन0 झा ने कहा कि प्रतिभा निखारने के लिए लगातार प्रयास करना होगा। अपने लगन और प्रयास से आत्मनिर्भर बनने का राह खोजना होगा। इस प्रयास में कंपनी सदैव सहयेाग करेगी। उन्होंने कहा कि आबादी और भूभाग असंतुलन के कारण दक्ष और हुनरमद लोग ही सफल होंगे। एम0के0 गुप्ता ने कहा कि उषा मार्टिन के सौजन्य से ऐसे प्रशिक्षण से गांवों के युवाओं को आगे आने का अवसर मिलेगा। इस कोर्स को करने के बाद न केवल महिलाएं हुनरमंद बनेगी, बल्कि आय संवर्द्धन कर आत्मनिर्भर भी बनेगी। कोर्स के दौरान महिलाओं को मशीन पर खुद से सिलाई और कढ़ाई की बारीकियाँ बतायी गयी। उषा मार्टिन फाॅउंडेशन के सचिव डाॅ मयंक मुरारी ने कहा कि गांव के समग्र विकास के लिए किसानों, विद्यार्थी और महिलाओं को केंद्र में रखकर ग्रामीण विकास की गतिविधियां चलायी जा रही है। गांव के स्तर पर स्वयं सहायता समूह को सशक्त बनाकर और प्रशिक्षण के माध्यम से क्षमता निर्माण के उपाय किये जा रहे हैं, ताकि गांव में ही रोजगार मिले.रूबी मैम के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर आशुतोष मिश्रा, राहुल उरांव, देवाशीष घोष, संगीता कुमारी, वरुण कुमार, मोनीत बूतकुमार व अन्य उपस्थित रहें।
रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण से महिलाएं बन रहीं आत्मनिर्भर : प्रिया बागची
उषा मार्टिन की प्रबंधक प्रिया बागची ने कहा कि कंपनी के माध्यम से अभी तक पांच रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 210 से अधिक ग्रामीण युवतियों को जोड़ा गया है। 110 महिलाओं को बटन और ओएस्टर मशरूम का प्रशिक्षण देकर उत्पादन से जोड़ा गया है। इसके अलावा 20 को युवतियों को ब्यूटिशियन, 30 युवतियों को टेलरिंग और फैशन डिजाइनिंग, फूड एंड विभरेज में 25 युवतियों और 15 महिलाओं के लिए सोहराई पेंटिग का प्रशिक्षण दिया गया है। 12 महिलाएं अभी ओरिएंट क्राफ्ट एंव गारमिनो इंडस्ट्री, फूड एंड विभरेज की 25 युवतियां बारबेक्य में कार्य कर रही है।
