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उत्तर प्रदेश : मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव, अयोध्या की जख्म पर सपा की हार का मरहम

संजय कुमार विनीत
(वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक)

उत्तर प्रदेश : अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुये उपचुनाव में भाजपा ने लगभग 50000 मतों से जीत हासिल कर अयोध्या की हार का बदला ले लिया है। भाजपा उम्मीदवार चंद्र भानु पासवान ने बड़े अंतर से सपा उम्मीदवार अजीत प्रसाद को हराकर आठ बर्षो बाद ये सीट भाजपा के खाते किया है। यूँ तो विधानसभा उपचुनाव का ज्यादा महत्व नहीं होता पर सपा और भाजपा इसे नाक की लड़ाई बनाकर अपने प्रतिष्ठा से जोड़ रखी थी।

2024 के लोकसभा चुनाव में राम मंदिर निर्माण के बाद बीजेपी के नेता को क्या किसी कार्यकर्ता को यह उम्मीद नहीं थी कि वह अयोध्या और चित्रकूट जैसी लोकसभा सीट भाजपा हारेगी। लेकिन जब नतीजे सामने आए तो हर कोई हैरान रह गया। सपा ने यहाँ के सांसद को एक पोस्टर व्याय के तरह पेश किया और संसद तक में अखिलेश यादव हमेशा संसद में उनके हाथ पकड़ कर बैठे चलते दिखाई दिये। यहाँ तक हुआ कि अगर संसद में किसी सपा सांसद को बोलना होता तो अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद, उस सांसद के बगल में देखे जाते और राहुल गाँधी और अखिलेश यादव अपने बगल में उन्हें बैठाकर गौरवान्वित महसूस करते देखे गये।

एक तरफ जहां भाजपा में इन नतीजों को लेकर निराशा छा गई तो वहीं विपक्ष ने इसको जमकर भुनाया था और कहा था कि भगवान राम की बात करने वाले भाजपा है पर राम उनके ही घर में आ गए। इसके बाद सीएम योगी ने लगातार पार्टी को मजबूत करने का काम किया और फिर यूपी में 9 विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए, जिसकी जिम्मेदारी सीएम योगी ने खुद ली। चुनाव का पूरा मैनेजमेंट सीएम योगी ने खुद देखा और नतीजा यह रहा कि बीजेपी ने 8 सीटों पर जीत हासिल की और यही नहीं कुंदरकी विधानसभा पर 30 साल बाद शानदार वापसी की थी।

हालांकि उस वक्त मिल्कीपुर में उपचुनाव नहीं हो पाया था, क्योंकि इस सीट से जुड़ा मामला हाईकोर्ट में अटका हुआ था। लेकिन जैसे ही चुनाव आयोग ने मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव के तारीख का ऐलान किया वैसे ही सीएम योगी फिर एक्टिव हो गए।मिल्कीपुर में भाजपा का आधा मंत्रिमंडल उतर गया और घर-घर तक पहुंचा और नतीजा यह रहा है कि बीजेपी के उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान ने बड़े अंतर से जीत हासिल की है और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अजीत प्रसाद को कड़ी पटखनी दी है। ये उपचुनाव अवधेश प्रसाद के विधायक से सांसद बनने के कारण खाली हुए थे और इस सीट पर सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद ही सपा से चुनाव लड़ रहे हैं।

इस उपचुनाव को भाजपा और सपा अपने नाक की लड़ाई मानकर पुरे दमखम से चुनाव लड़ रही थी। भाजपा की तरफ से सीएम योगी ने प्रचार का मोर्चा संभाल रखा था तो वहीं सपा की तरफ से अखिलेश यादव ने संभाल रखा था। सपा की तरफ से डिंपल यादव ने भी प्रचार किया ‌। मिल्कीपुर में वोटिंग के दिन समाजवादी पार्टी की तरफ से लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा और यहां तक कि अखिलेश यादव ने यह तक कह दिया कि चुनाव आयोग मर चुका है। चुनाव आयोग को कफन तक भेंट कर अंतिम संस्कार तक करवा कर इस सीट की लड़ाई को और भी रोचक बना दिया गया।

कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल कर अयोध्या की हार का बदला ले लिया है। बीजेपी उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान ने बड़े अंतर से सपा उम्मीदवार अजीत प्रसाद को हराया है।जहाँ लोकसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर भाजपा 7000 वोटों से पीछे थी , वही इस उपचुनाव में इस अंतर को पाटकर लगभग 50000 मतों से चुनाव जीतना 2027 में होने वाली विधानसभा चुनाव के परिणाम का भी संदेश दे रहा है।