मौत कें सायें में शिक्षा प्राप्त कर रहें है झारखंड के नौनिहाल…
आए दिन विधालय के जर्जर छत का मलबा गिरते रहते है – प्रधनाध्यपिका
काठीकुंड झंटु पाल: प्रखंड के शिक्षा व्यवस्था और स्कूल की इमारतें पूरी तरह से बदहाली का शिकार हो चुकी हैं. काठीकुंड क्षेत्र में स्थिति नव प्राथमिक विद्यालय, झिली गांव बने कमरों की छत पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है. छत कब गिर जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है। परन्तु विधालय छत के नीचे बैठकर 30 मासूम पढ़ाई करते हैं. मासूमों की जिंदगी पर मौत का संकट मंडरा रहा है. लेकिन, शिक्षा विभाग के आधिकारी पर इस ओर कोई ध्यान नहीं है.
इस सरकारी स्कूल में शिक्षा के नाम पर मासूमों को मौत के मुंह में धकेलने का काम चल रहा है, लेकिन शिक्षा विभाग नींद की आगोश में है। इस मामले को लेकर विद्यालय के प्रधानाध्यापिका सुहागणी सोरेन बताई की आए दिन विद्यालय के जर्जर भवन के छत मालवा गिरते रहते है कभी भी कोई बड़ी घटना घटने की आंकशा है। जनकारी के मुताबिक विधालय का भवन का निर्माण 2003- 04 में कराया गया था काफी पुरानी होने से विद्यालय का भवन जर्जर अवस्था में होते जा रहे है।।