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सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा की सफल आयोजन को लेकर सार्वजनिक सत्संग समिति की मठिया परिसर में हुई बैठक,सुनिश्चित की गई जिम्मेदारियां…

चांडिल  (परमेश्वर साव)  : सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत चांडिल बाजार स्थित मठिया परिसर में एक फरवरी से लेकर आठ फरवरी तक होने वाली श्रीमद्भागवत सत्संग कथा की सफल आयोजन हेतु चांडिल के समस्त सनातनधर्मी लोग और ग्रामीणों की महत्वपूर्ण बैठक मठिया के महंत इंद्रानंद सरस्वती की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कार्यक्रम को सफल बनाने एंव सुचारू रूप से संचालन के लिए एक कमिटी का गठन किया गया।

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जिसका नाम सार्वजनिक सत्संग समिति, चांडिल रखा गया। समिति में सर्वसम्मति से मुख्य संरक्षक के पद पर महंत इन्द्रानंद सरस्वती और राकेश वर्मा को रखा गया है। वहीं संरक्षक पद पर बोनु सिंह सरदार, मनोहर सिंह, मंगल माझी, रामू महतो, सर्दिप नायक, मनोज सिंह, महेश कुंडू, विशाल चौधरी, खगेन महतो को मनोनीत किया गया। अध्यक्ष पद के लिए मनोज वर्मा व उपाध्यक्ष पद के लिए राजू दत्ता, शेखर चौधरी, श्रवण महतो, क्लोसोना महतो, नंदलाल गोस्वामी, मधु बनर्जी, अमित साव, अपीन कालिंदी का चयन किया गया है।

महासचिव पद के लिए चंदन वर्मा और सचिव के लिए आकाश महतो, भास्कर मिश्रा, राजू सिंह, दुर्गा प्रसाद सिंह, राहुल वर्मा, सत्यनारायण पाल को चुना गया है। जबकि कोषाध्यक्ष पद के लिए अनंतो अड्डे और सह सचिव पद के लिए परमानंद पसारी, गप्पू जालान, बंसी कुंडू, सोनू श्रीवास्तव, शशि मिश्रा को चुना गया और संयोजक मंडली में शिबू चटर्जी, सनातन गोराई, महेन्द्र पोद्दार, साहेब सिंह, आकाश दास, कुंज बिहारी गोप को चुना गया वही कार्यक्रम स्थल प्रभारी के रूप में अनिता पारित ओर नंदिता चक्रवर्ती बनी तो वही पूजा मण्डली के लिए विपत्तरण पांडे, भास्कर मिश्रा, नंदलाल दास को चुना गया।

मुख्य संरक्षक राकेश वर्मा ने कहा कि संसार के सभी प्राणी सुख की कामना रखते हैं। लेकिन अविनाशी सुख की उपलब्धि आध्यत्मिकता के अभाव में संभव नही है। महापुरुषों का यह अकाट्य विचार है कि जब तक किसी देश, राज्य व क्षेत्र का आध्यात्मिक स्तर उत्तम और उच्च नही होगा तब तक उस देश की सदाचारिता ऊंची और उत्तम नही होगी, तब तक सामाजिक नीति अच्छी नहीं होगी और तब तक रणनीति अच्छी और शांतिदायक नही होगी। सामाजिक नीति के कारण राजनीति शासन संभालने के योग्य हो ही नही सकेगी और उस देश में अशांति फैली रहेगी। इसी दृष्टिकोण से इस सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा वचन का आयोजन किया जा रहा है। इस पावन अवसर पर सभी सनातनधर्मी लोग, महान, संत, साधु-महात्मा उपस्थित होकर हम सभी को लाभान्वित करे।

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