दुमका। : दिसोम मांझी थान दुमका में धूमधाम से मनाया गया आतंग दाराम दिसोम सोहराय पर्व
रविवार 5 जनवरी को दिसोम मांझी थान दुमका में बीनीलाल टुडू दिसोम पारानिक की अध्यक्षता में धूमधाम से आतंग दाराम दिसोम सोहराय पर्व मनाया गया। मौके पर सर्वप्रथम दिसोम नायकी सीताराम सोरेन ने गॉड टंडी में मरांग बुरू, जाहेर ऐरा, गोसाई ऐरा के साथ साथ सभी ईस्ट देवताओं की मुर्गा की बलि देकर पूजा-अर्चना की।
अवसर पर उन्होंने बताया कि सोहराय पर्व 5 दिनों तक मनाया जाता है। प्रथम दिन को उम मांहा, दूसरे दिन को बोंगा बुरू मांहा, तीसरे दिन को खूंटाव मांहा, चौथे दिन को जाले मांहा और पांचवे दिन को हाको काटकोम मांहा से जाना जाता हैं। यह पर्व संताल आदिवासियों का सबसे बड़ा पर्व है। इसलिए इसे हाथी लेकान पर्व भी कहा जाता है।
अवसर पर अतिथि के रुप मान शिवा बस्की, दिलीप बास्की, अमिताभ सोरेन उपस्थित रहे। कार्यक्रम के सफल संचालन में सुरेश चंद्र सोरेन, टेक्लाल मारंडी,बीनीलाल टुडू, लक्की सन्तोष मुर्मू, चंद्रनाथ हेंब्रम, सनातन किस्कू, स्टेनली हेंब्रम, रामप्रसाद हांसदा, सुशील मारंडी, लैद मुर्मू,अंजनी बेसरा, झुमरी सोरेन,पिंकी किस्कू,शांति मुर्मू आदि का सराहनीय सहयोग रहा।