टाटानगर स्टेशन से मुंबई जा रही थी दो नाबालिग, दोनों नाबालिग बच्चियों को आरपीएफ ने किया चाइल्डलाइन के हवाले
जमशेदपुर (दीप) : मुंबई की चकाचौंध से प्रभावित होकर गम्हरिया की दो नाबालिग अभिनेत्री बनने के लिए घर से भाग गई. उन्होंने घर पर परिजनों के नाम एक लेटर भी छोड़ा. दोनो घर से निकल भी गई और ट्रेन पकड़ने के लिए टाटानगर स्टेशन पहुंच गई. टाटानगर स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 3 पर दोनो ट्रेन का इंतजार करने लगी. इधर आरपीएफ ने उन्हे देखा और रेस्क्यू कर आरपीएफ पोस्ट ले गई जहां पूछताछ करने पर दोनो ने सारी बातें बताई. आरपीएफ थाना प्रभारी संजय कुमार तिवारी ने दोनो के परिजनों को बुलाया और दोनो को उनके समझ चाइल्डलाइन को सौंप दिया जहां चाइल्डलाइन के कॉर्डिनेटर आगे की प्रक्रिया पूरी कर परिजनों को सौंप देगी. मामले की जानकारी देते हुए आरपीएफ प्रभारी संजय कुमार तिवारी ने बताया कि दोनो नाबालिग गीताजंली एक्सप्रेस से मुंबई जाने के लिए प्लेटफार्म नंबर 3 पर घूम रही थी. आरपीएफ ने उन्हे देखा और पूछताछ की. पूछताछ में दोनो सही जानकारी नहीं दे रही थी. आरपीएफ ने दोनो को पूछताछ किया तब जाकर उन्होंने पूरी बात बताई.
परिजनों के लिए छोड़ा खत
टाटानगर रेलवे स्टेशन से मिली गम्हरिया की दो लड़कियां परिजनों के लिए छोड़ा 2 पन्नो का लेटर कहा 2000 रुपये लेकर जा रही हूं हेरोइन बनने के बाद पैसा वापस कर दूंगी माफ कर देना मम्मी पापा !
नाबालिक लड़कियों ने परिजनों के लिए लिखा खत “माफ कर देना मम्मी पापा, हीरोइन बनकर वापस आ जाऊंगी”
दोनो ने लेटर पर लिखा कि ” मम्मी पापा और दीदी सॉरी क्योंकि हमको एक्टर बनना था तो हम कुछ भी नहीं सोचे किसी के बारे में भी नहीं सोच कर हम मुंबई जा रहे हैं. आप लोग गुस्सा मत होना क्योंकि हम अकेले नहीं है, मेरे साथ और भी मेरी फ्रेंड और एक आंटी भी है जो हम लोगों की मदद करेगी और मुंबई पहुंचा देगी. मुंबई पहुंच कर हम एक्टर बनेंगे और फिर वापस आ जाएंगे. हम लोगों के साथ आंटी मदद करेगी और आप के बैग से 2000 रुपए लिए हैं. जब एक्टर बन जाएंगे तो वापस आकर उसका दुगना दे देंगे. एक्टर बन कर बहुत सारा पैसा कमा कर लाएंगे और आप लोगों पर बोझ हल्का कर दूंगी।