गुरू सिंह सभा भुरकुंडा गुरुद्वारा में साहिब श्री गुरु अर्जुन देव की मनी शहादत दिवस,सुखमणि साहिब का पाठ, शब्द-कीर्तन, अरदास आदि धार्मिक अनुष्ठानों का हुआ आयोजन. राहगीरों के बीच ठंडा पानी व शरबत का किया वितरण…
रामगढ़ ब्यूरो (इन्द्रजीत कुमार)
गुरु सिंह सभा भुरकुंडा गुरूद्वारा प्रबंधन कमेटी द्वारा मगंलवार को गुरु साहिब श्री अर्जुन सिंह का 417वां शहादत दिवस मनाया गया। इसी दौरान गुरुद्वारे में सुबह से ही गुरबाणी का पाठ किया गया। सुखमणि साहिब के पाठ के उपरांत शब्द-कीर्तन गायन हुआ। अरदास के उपरांत सैकड़ो लोगो के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। प्रबंधन कमेटी द्वारा राहगीरों के बीच रोक-रोक कर ठंडे पानी तथा शरबत का वितरण किया गया। इसी अवसर पर गुरुद्वारा में गुरु अर्जुन सिंह देव जी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का आहवान किया गया।
इसके साथ ही बताया गया की सिखो के पांचवे गुरु साहिब श्री गुरु अर्जुन सिंह देव जी को मुगल बादशाह जहांगीर ने यातनाएं देते हुए गुरु साहिब जी को तपती गर्म तावा पर बैठाया गया, गुरु साहिब के शीश में गर्म बालू डाला गया एवं खोलते पानी में डाला गया। तरह तरह की यातनाएं दी गई।
उसके बाद भी गुरु जी ने शांत मन से प्रभु की भक्ति में लीन रहे और परमात्मा का शुक्र मनाते रहें। उस वक्त केवल मुख से उच्चारण किया ‘तेरा भाणा मीठा लागे’ औंर शाहिद हो गए। गुरु साहिब सिख धर्म के पहले शहीद गुरु हुए। गुरु अर्जुन देव जी को शहीदों के सरताज के नाम से भी जाना जाता हैं। पूरे हिंदुस्तान सहित दुनिया में जहां भी कहीं सिख समुदाय के लोग रहते हैं। गुरु साहिब जी का शहादत दिवस मनाते हैं। इसके साथ ही प्रसाद के रूप में ठंडे और मीठा जल राहगीरों औंर संगतों को पिलाते हैं।
उक्त मौके पर गुरूद्वारा के प्रधान लाल सिंह रंधावा उर्फ रिंकु सिंह, सचिव तजिंदर त्रेहान, कोषाध्यक्ष निशांत सिंह, इंद्रजीत सिंह छाबड़ा, जसपाल सिंह, अमर सिंह, नरेंद्र सिंह रेखी, गुरदीप सिंह, गुरूद्वारा के ग्रंथि जरनैल सिंह, नवजोत सिंह, आर्य सिंह, प्रियांशु सिंह, मोनू सिंह, साजन सिंह, पीयूष सिंह, बीबी जसवीर कौर, कमलेश कौर छाबड़ा, उषा कौर, अनीता कौर, जसमीत कौर, राज कौर, रेखा कौर, सरबजीत कौर, बीबी करमी कौर आदि का विशेष योगदान रहा।