डीएवी पब्लिक स्कूल देवघर में दैनिक जागरण द्वारा आयोजित सड़क सुरक्षा समारोह
आयोजित की गया, बच्चों ने ली सड़क सुरक्षा का लिया शपथ…
■ परिश्रम से ही पराकाष्ठा प्राप्त होती है : मंजूनाथ भजंत्री….
देवघर : उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल में दैनिक जागरण द्वारा आयोजित सड़क सुरक्षा समारोह आयोजित की गयी। इस दौरान उपायुक्त ने डीएवी के राष्ट्रीय स्तर पर खेलकूद एवं अन्य गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र छात्राओं को सम्मानित किया। आगे कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय कुमार ने उपायुक्त के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक अविस्मरणीय क्षण है जिसमें हमारे जिले के उपायुक्त हमारे बच्चों को सम्मानित कर रहे हैं।
परिश्रम से ही पराकाष्ठा प्राप्त होती है :
इसके अलावे कार्यक्रम के दौरान सभी को संबोधित करते हुए उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि सनातन धर्म पर आधारित महर्षि दयानंद के द्वारा संचालित डीएवी जैसी संस्था लोगों को शिक्षा और संस्कार दोनों प्रदान करती है। इस संस्था ने महेंद्र सिंह धोनी और कपिल देव जैसे कई खिलाड़ियों को भी देश को सौंपा है। आगे उपायुक्त ने बच्चों से अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि परिश्रम से ही पराकाष्ठा प्राप्त होती है, इसलिए बच्चे अपनी पढ़ाई में पूरी ईमानदारी बरतें। साथ ही उन्होंने कहा कि शॉर्टकट से केवल क्षणिक समय के लिए सफलता मिलती है।
अनुशासन और परिश्रम:
उन्होंने कहा कि हमारा देश आध्यात्मिकता में तो आगे है लेकिन विज्ञान में भी आगे होना है और इसके लिए हमें हरेक क्षेत्र में अनुशासन का पालन करना पड़ेगा। उन्होंने भी सड़क सुरक्षा के बचाव के कई उपाय बताएं। साथ ही उन्होंने युवाओं से समाज में व्याप्त दहेज प्रथा जैसी कुप्रथा को मिटाने के लिए आगे आने को कहां तथा बच्चों के बीच आत्मसम्मान एवं आत्मविश्वास को जागृत करने की प्रेरणा दीं। इस संदर्भ में उन्होंने व्यक्तिगत घटना का भी जिक्र किया तथा कई महापुरुषों के भी ज्वलंत उदाहरण दिए। उन्होंने कहा कि बच्चे अपने स्किल को विकसित करें तथा अनुशासन का अनुपालन कर अनुशासित जीवन जिए, क्योंकि अनुशासन से ही सब कुछ नियंत्रण किया जा सकता है।
सड़क सुरक्षा नियमों का अनुपालन :
इसके लिए उन्होंने पाश्चात्य देशों का भी उदाहरण दिया। आगे उपायुक्त ने सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों को बच्चों के बीच साझा किया। साथ ही उन्होंने कहा कि आज के बच्चे कल के भविष्य है और सड़क दुर्घटना से बचने के लिए हमें हेलमेट तथा सीट बेल्ट का प्रयोग एवं सुरक्षित यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। साथ ही उन्होंने सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करने की बात कही।
इसके अलावे कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री ने लगभग 5000 स्कूली छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा शपथ दिलाई गयी कि :-
मैं शपथ लेता हूँ कि सड़क पर वाहन चलाने से पहले सभी सुरक्षा संबंधी बातों का ध्यान रखूँगा/रखूँगी।
यातायात नियमों का हमेशा खुद और अपने परिजनों से पालन कराऊँगा/कराऊँगी।
दो पहिया वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट पहनूँगा/पहनूंगी।
मैं कार चलाते समय हमेशा सीट बेल्ट लगाऊँगा/लगाऊँगी।
कमी भी शराब पीकर गाड़ी नहीं चलाऊँगा/चलाऊँगी।
वाहन चलाते समय कभी भी मोबाईल फोन पर बात नहीं करूँगा/करूँगी।
मैं हमेशा एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड गाड़ियों का पहले जाने के लिए
रास्ता दूँगा/दूँगी।
सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने के लिए सदैव तत्पर रहूँगा/रहूँगी।
इसके अलावे कार्यक्रम में उपस्थित प्रशिक्षु आईएएस श्री अनिमेष रंजन ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटना से रोजाना कई लोगों की जाने जाती है, जिससे हमारा कई भविष्य नष्ट हो जाता है ऐसी परिस्थिति में हमें चाहिए कि सड़क सुरक्षा यातायात नियमों का पालन करें। साथ हीं यातायात उपाधीक्षक श्री आलोक रंजन ने सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों को बच्चों के बीच साझा किया। साथ ही उन्होंने कहा कि आज के बच्चे कल के भविष्य है और सड़क दुर्घटना से बचने के लिए हमें हेलमेट तथा सीट बेल्ट का प्रयोग एवं सुरक्षित यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस की मनसा राजस्व वसूली नहीं होकर मानव की जानमाल की रक्षा होती है और इसी के तहत वे काम करती है।