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बाल मित्र प्रखंड बनाने में सबों की भागीदारी अहम है : बीडीओ, जामा

दुमका ब्यूरो: मौसम कुमार

जामा। बाल सुरक्षा एवं संरक्षण को लेकर आज जामा प्रखंड के सभागार में प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति की बैठक सह कार्यशाला ग्राम ज्योति/कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन एवं जिला बाल संरक्षण इकाई के संयुक्त रूप से आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी, जामा विवेक किशोर ने किया।

मुख्य अतिथि के रूप में बाल कल्याण समिति (बेंच आफ मजिस्ट्रेट) के चैयरपर्सन डॉ अमरेंद्र कुमार उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए ग्राम ज्योति की निदेशक आभा ने सबों का स्वागत किया एवं मंचासिन अतिथिगण ने दीप प्रज्वलित कर विधिवत रूप से बैठक की शुरुआत की। ग्राम ज्योति की आभा ने दुमका जिला अंतर्गत मुख्य रूप से 150 गांव में चल रहे कार्यक्रमों को सबों के समक्ष साझा की। इस बैठक से क्या अपेक्षाएं हैं, और बाल संरक्षण को लेकर जामा प्रखंड के प्रत्येक गांव को कैसे सशक्त किया जा सकता है

इस पर सबों ने अपनी अपनी बात रखी । बैठक की अगली कड़ी में ग्राम ज्योति दुमका के सपोर्ट पर्सन, मुकेश दुबे ने प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति के समक्ष जामा प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों से आये जरूरतमंद बच्चे एवं उनके अभिभावक को अपनी बातों को रखने हेतु प्रस्तुत कराया। प्रस्तुत कराए गए बच्चे एवं उनके अभिभावकों ने बताया कि उन्हें कस्तूरबा गाँधी बालिका आवासीय विद्यालय, सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय में नामांकन, स्पॉन्सरशिप कार्यक्रम से जुड़ना, आय प्रमाण पत्र बनाने आ रही कठिनाइयों को साझा किया तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन दिया।

इसके उपरांत ग्राम ज्योति, दुमका के कार्यक्रम समन्वयक नरेंद्र शर्मा ने बाल विवाह एवं मिशन वात्सल्य को लेकर एक प्रस्तुति दी। जिसमें बाल विवाह के दुष्परिणाम, कानूनी प्रावधानों, बाल विवाह निषेध पदाधिकारी के कार्य एवं जिम्मेवारियों के ऊपर विस्तृत जानकारी दी। तत्पश्चात जामा प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी ने अपने वक्तव्य में कहा कि बाल संरक्षण क्या है यह हमें सरल भाषा में समझने की आवश्यकता है। इसे लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने उपस्थित सबों से द्विपक्षी वार्तालाप किया। जिसमें निष्कर्ष के तौर पर या बात सामने आई की बाल विवाह, बाल यौन शोषण, बाल तस्करी, बाल श्रम जैसी जो घटनाएं हमारे क्षेत्र में हो रही हैं उस पर रोक लगाने हेतु हमें अपने घरों से शुरुआत करनी होगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया की जामा प्रखंड में बच्चों से संबंधित जो भी मामले हैं,

उसे पर त्वरित कार्रवाई करते हुए इसका निष्पादन किया जाएगा। इसके उपरांत बैठक में उपस्थित मुख्य अतिथि के रूप में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष, डॉ अमरेंद्र कुमार ने बाल सुरक्षा एवं संरक्षण को लेकर जिला में क्या संरचनाएं हैं, क्या प्रावधान है उसपर जानकारी दी। बाल विवाह बाल तस्करी एवं बाल श्रम जैसे गहन मुद्दे पर कैसे रोक लगाया जा सकता है, कहाँ शिकायत कर सकते हैं इसकी विस्तृत जानकारी दी।

चाइल्ड हेल्पलाइन के टीम सदस्य ने बच्चों की सहयता हेतु टोल फ्री न० 1098 / 112 की सेवा पर प्रकाश डाला। अंत में आसनथर और मोहुलबोना पंचायत की मुखिया ने अपनी बातों को रखा तथा मोहुलबोना पंचायत की मुखिया ने बाल विवाह मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने हेतु सबों को सामूहिक शपथ दिलाया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ज्योति की शांतिलता, जुली, सरस्वती, एवं पवन कुमार ने अहम भूमिका निभाई।

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