
जयंती महतो इंटर कला संकाय परीक्षा 2025 में नीमडीह प्रखंड टॉपर
चांडिल : किसी भी इंसान का दिल में लगन एवं कठिन परिश्रम करने की जज़्बात हो तो सफलता कदम चूमती है। नीमडीह प्रखंड अंतर्गत जांता गांव निवासी स्व. भीम चंद्र महतो की पुत्री जयंती महतो इसका उदाहरण है। सिर से पिता का साया उठ गया, गरीबी सामने विकराल रूप धारण कर खड़ी है। पेट की भूख एवं पैसे की मोहताज ने भी जयंती के दृढ़ इच्छाशक्ति के आगे नतमस्तक हुए। जयंती इंटरमीडियट कला संकाय 2025 की परीक्षा में 86 प्रतिशत अंक के साथ नीमडीह प्रखंड टॉपर की है। जिला में जयंती का नौवें स्थान मिला है। वे कस्तूरबा गाँधी आवासीय बालिका विद्यालय नीमडीह की छात्रा है। अपने विधवा माँ पार्वती महतो के सपनों को पूर्ण करने के लिए जयंती भविष्य में शिक्षिका बनकर समाज में शिक्षा की ज्योति जलाना चाहती है। जयंती अपने सफलता का श्रेय मां एवं विद्यालय के शिक्षिकाओं को दिया। पार्वती महतो ने कहा कि जयंती के पिता का असामयिक निधन हो गया काफी आर्थिक संकट की सामना करते हुए जयंती को पढ़ाया। कस्तूरबा गाँधी आवासीय बालिका विद्यालय नीमडीह के वार्डेन सह प्रधान शिक्षिका सविता हेमंब्रम कहते है कि जयंती महतो उन सभी छात्राओं के लिए प्रेरणा है जो गरीबी से लड़कर आगे बढ़ना चाहती है।
